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शिक्षा बोर्ड में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर हुआ भव्य आयोजन, शिक्षकों को किया सम्मानित

भिवानी, (ब्यूरो): हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड परिसर में स्थित सर्वपल्ली राधाकृष्णन लैब स्कूल में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण एवं शिक्षा बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश डी. आर. चालिया, विशिष्ट अतिथि सीजेएम पवन कुमार, शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष प्रो.डॉ. पवन कुमार, उपाध्यक्ष सतीश कुमार एवं सचिव डॉ. मुनीश नागपाल द्वारा माँ सरस्वती व डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा के समक्ष दीप-प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित किए।
इस अवसर पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो.डॉ. पवन कुमार, उपाध्यक्ष श्री सतीश कुमार एवं सचिव डॉ. मुनीश नागपाल ने मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के चेयरमैन एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश डी. आर. चालिया एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम)-कम-सचिव पवन कुमार का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस विशेष अवसर पर जिले के विभिन्न स्कूलों में संचालित लीगल लिटरेसी क्लबों के प्रभारियों तथा खंड स्तर पर उत्कृष्ट कार्य कर रहे 37 शिक्षकों को मंच पर बुलाकर सम्मानित करते हुए प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस सम्मान से न केवल शिक्षकों का उत्साहवर्धन हुआ बल्कि विद्यार्थियों में भी न्यायिक जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में नई ऊर्जा मिली। मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के चेयरमैन एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश डी. आर. चालिया ने शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए अपने संबोधन में कहा कि मनुष्य की सफलता में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। जिस प्रकार डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपने ज्ञान और विचारों से देश को प्रेरणा दी, उसी प्रकार आज के शिक्षक भी नई पीढ़ी को संस्कार और शिक्षा की रोशनी देने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को उनके अधिकार व उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करें।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) पवन कुमार ने कहा कि शिक्षा और न्यायिक जागरूकता का मेल ही समाज को नई दिशा देता है। उन्होंने बताया कि बच्चों को बचपन से ही नशा मुक्ति, बाल विवाह निषेध, साइबर अपराध, महिला अधिकार, उपभोक्ता अधिकार आदि विषयों पर जागरूक करना जरूरी है। सीजेएम ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे बच्चों को किताबों की शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक व विधिक ज्ञान से भी जोड़े। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. पवन कुमार शर्मा ने सभी अतिथियों व उपस्थित जनों का स्वागत करते हुए सभी को शिक्षक दिवस पर बधाई दी। उन्होंने अपने सम्बोधन में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि शिक्षक दिवस पर न्यायिक एवं शैक्षिक संस्थाओं का यह संयुक्त आयोजन वास्तव में प्रेरणादायक है। आज गुरूओं को शत्-शत् प्रणाम करने का दिन है, जो हमारे जीवन से अज्ञानता के अंधकार को दूर कर उसे ज्ञान के प्रकाश से भर देते हैं। शिक्षक हमें सिर्फ पढ़ाते ही नहीं है, वे हमारे भविष्य को आकार भी देते हैं। हमें जिम्मेदार नागरिक बनाते हैं तथा वे हमारी गलतियां बताते हैं, ताकि हम लगातार सुधार कर सकें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने के लिए पूर्णतया तत्त्पर है। उन्होंने गीता के श्लोक श्रद्धावान् लभते ज्ञानं का उदघोष करते हुए बताया कि श्रद्धा रखने वाला व्यक्ति ही ज्ञान प्राप्त करता है और सभी विद्यार्थियों को संदेश दिया कि वे विनम्रता से ज्ञान प्राप्ति के मार्ग पर अग्रसर रहें।
बोर्ड उपाध्यक्ष ने इस अवसर पर बताया कि भारत के महान पूर्व राष्ट्रपति उच्चकोटि के शिक्षाविद् व दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस 5 सितम्बर को हम सभी शिक्षक दिवस के तौर पर मनाते हैं क्योंकि डॉ. राधाकृष्णन जी शिक्षा के प्रति पूर्णतया समर्पित थे। उनका मानना था कि शिक्षक ही देश के भविष्य के वास्तविक शिल्पकार होते हैं-वे ही राष्ट्र निर्माता हैं। बोर्ड सचिव डॉ. मुनीश नागपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, जिला शिक्षा अधिकारी एवं विभिन्न विद्यालयों से आए शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर बधाई दी और बोर्ड कार्यालय में पधारने पर उनका धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों के मन को प्रेरित करते हैं और दिलों को छूते हैं। एक शिक्षक का प्रभाव जीवन भर रहता है। महान शिक्षक सामान्य छात्रों को असाधारण बनाते हंै। उन्होंने आगे कहा कि सनातन भारतीय संस्कृति में गुरू यानि शिक्षक का पद ईश्वर-तुल्य माना गया है और यह अक्षरक्ष: सत्य भी है। हमारे सिर पर जब गुरू का हाथ होता है, तभी हमारा जीवन आकार लेने लगता है और हमारे जीवन का अज्ञानता रूपी तिमिर विलुप्त हो जाता है तथा जीवन ज्ञान रूपी सूर्य की रश्मियाँ अपनी चमक फैला देती हैं। इस अवसर पर सर्वपल्ली राधाकृष्णन लैब स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से उपस्थित सभी अतिथियों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया। अंत में बोर्ड सचिव द्वारा कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया तथा शिक्षक दिवस पर सभी को बधाई दी।

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