नशा करने वालों की बुरी दशा होती है: साध्वी तिलक
भिवानी, (ब्यूरो): अनुविभा द्वारा निर्देशित अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के पांचवें दिन नशा मुक्ति दिवस का आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया। शासन साध्वी तिलक ने कहा कि नशा करने वालों की बुरी दशा हो जाती है। उन्होंने कहा कि शोक के तौर पर शुरु किया गया नशा आदत बन जाता है। यही नशा आदमी का नाश कर देता है। साध्वी ने आचार्य तुलसी से लेकर वर्तमान आचार्य महाश्रमण तक सभी को अहिंसा यात्रा के माध्यम से नशा मुक्ति का संदेश जन जन तक पहुंचाने के लिए कृतज्ञता जताई। साध्वी महिमा श्री ने कहा कि नशे ने अनेकों घर बर्बाद कर दिए हैं और आज की स्थितियों में नशा मुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुंचना चाहिए। साध्वी निर्णय प्रभा ने एक गीतिका के माध्यम से नशा मुक्ति का महत्व बताया। सुरेंद्र जैन अधिवक्ता ने कहा कि आज विश्व की गंभीर परिस्थितियों में युवा शक्ति को नशे के मकड़ जाल से बचाने की जरूरत है ।कार्यक्रम का संयोजन रमेश बंसल ने किया। उन्होंने कहा कि नशा केवल बीड़ी, सिगरेट, शराब, गांजा ही नहीं है बल्कि मोबाइल भी एक किस्म का नशा है। इस अवसर पर नरेश बंसल, नवीन नाहटा, निर्मल जैन, प्रमोद जैन,अनिल सिंगला, बैजनाथ जैन, अशोक जैन, रेनू नाहटा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।




