भोजन का सम्मान ही परमात्मा का सम्मान है: बीके सुमित्रा

भिवानी, (ब्यूरो): हमें जीवित रहने के लिए परमपिता परमात्मा ने अन्न को भोजन के रूप में हमें दिया है। इसलिए हमें भोजन का सम्मान करना चाहिए। उसे कभी भी व्यर्थ नहीं फेंकना चाहिए। यह बात प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज की शाखा सिद्धि धाम प्रमुख राजयोगिनी बीके सुमित्रा बहन ने अन्न पर आयोजित आध्यात्मिक संगोष्ठि में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमें जितनी भुख हो उतना ही भोजन लेना चाहिए। बीके सुमित्रा बहन ने कहा कि परमपिता परमात्मा ने हमें जीवन दिया है तो हमारे लालन-पालन की व्यवस्था भी उसी ने की है। इसलिए हमें परमात्मा द्वारा उपहार में मिले जीवनदायी भोजन का पूरा मान-सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम जो भोजन तैयार करते हैं उस समय हमारे ध्यान में केवल उस परमपिता परमात्मा शिव का ध्यान हो जो सभी जीव जंतू मनुष्य मात्र के रचेयता, दुख हरता-सुख करता, देवों के देव महादेव हैं। स्वयं बिंदू रूप में हैं मगर गुणों में सिंधु हैं। तैयार भोजन का सबसे पहले परमात्मा को भोग लगाना चाहिए उसके बाद ही हमें ग्रहण करना चाहिए। इस अवसर पर बीके आरती, बीके सुनीता, बीके शारदा, बीके चंद्रकला, बीके सुशील, बीके राजेश, बीके रामनिवास सैय, बीके भीम चौहान बौंदकलां, बीके किरण, बीके सुनील व मीडिया कॉर्डिनेटर बीके धर्मवीर सहित अनेक ब्रह्मावत्स उपस्थित रहे।