हरियाणा

बरसाती पानी निकासी के स्थायी समाधान के लिए सांसद धर्मबीर सिंह ने लिए ग्रामीणों के सुझाव

सांसद ने अधिकारियों को लेकर गांव धनाना के जाटू खाप चबूतरे पर सुनी करीब डेढ़ दर्जन गांवों की जलभराव से संबंधित समस्याएं

जलभराव वे प्रभावित जलघरों को खाली कर उनके साफ पानी डाला जाए
पानी निकासी के लिए ड्रेनों की क्षमता को बढानी होगी
भिवानी, (ब्यूरो): जिला में मानसून के दौरान हुए जलभराव की समस्या का स्थायी हल निकालने को लेकर सांसद धर्मबीर सिंह मंगलवार को गांव धनाना स्थित जाटू खाप चबूतरे पर पहुंचे। उन्होंने यहां पर गांव धनाना के अलावा एकत्रित करीब डेढ़ दर्जन गांवों के लोगों से उनके आबादी क्षेत्र व खेतों से पानी निकासी के सुझाव लिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सबसे पहले गांवों के आबादी क्षेत्र से बरसात के पानी की निकासी जल्द से जल्द की जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जलभराव से फसलों व मकानों आदि में हुए नुकसान का सर्वे निष्पक्ष होना चाहिए ताकि प्रभावित व्यक्ति की भरपाई हो सके। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष विरेंद्र कौशिक और एसडीएम महेश कुमार भी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि जिला के करीब 50 से अधिक गांव जलभराव से प्रभावित हैं। सांसद धर्मबीर सिंह ने पानी निकासी को लेकर 16 व 17 सितंबर को ग्रामीण के बीच जाकर व उनके सुझाव लेने का कार्यक्रम तय किया। इसी कड़ी में मंगलवार को सांसद गांव धनाना के जाटू खाप चबूतरे पर पहुंचे। यहां धनाना के अलावा गांव तिगड़ाना, घुसकानी, मिताथल, गुजरानी, चांग, सैय, बडेसरा, धनाना, तालु, जताई, मुंढाल, सिवाड़ा, कुंगड़, भैणी, पुर, प्रेम नगर व मंढाणा के लोग एकत्रित हुए।
सांसद ने सभी गांवों के प्रतिनिधियों से उनके गांवों में बनी जलभराव की समस्या के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने पानी निकासी को लेकर संबंधित गांवों की पंचायत प्रतिनिधियों व प्रबुद्घ लोगों से सुझाव भी लिए। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों पर मौके पर ही मौजूद सिंचाई विभाग के अधिकारियों से धरातल पर अमलीजामा पहनाने बारे राय ली। सांसद ने कहा कि आने वाले समय में लिंक सडक़ों को ऊंचा उठाकर एक तरह से बांध का रूप भी देना होगा ताकि पूरा क्षेत्र जलभराव से प्रभावित ना हो। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आने वाले समय गांवों व खेतों में बने तालाबों की खुदाई करवाएं ताकि भविष्य में तेज बारिश होने पर उनके पानी एकत्रित हो सके।

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