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चरखी दादरी में किसानों का धरना स्थगित: आचार संहिता के चलते लिया फैसला, नई सरकार का रवैया देख फिर करेंगे आंदोलन

हरियाणा की खाप पंचायतें जहां किसानों की मांगों को लेकर एसकेएम सहित किसान संगठनों को एकजुट करने की कोशिश में हैं, वहीं उन्होंने चरखी दादरी में किसानों के धरने पर स्पष्ट कर दिया कि पुरानी सरकार पर उनको भरोसा नहीं है।

चरखी दादरी  : हरियाणा की खाप पंचायतें जहां किसानों की मांगों को लेकर एसकेएम सहित किसान संगठनों को एकजुट करने की कोशिश में हैं, वहीं उन्होंने चरखी दादरी में किसानों के धरने पर स्पष्ट कर दिया कि पुरानी सरकार पर उनको भरोसा नहीं है। ऐसे में अब किसानों के पक्के मार्चे आचार सहिंता के चलते स्थगित करने का निर्णय लिया है। साथ ही सर्वखाप पंचायतों ने निर्णय लिया कि नई सरकार का रवैया देखेंगे और किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया तो इन्हीं मैदानों में फिर से घोड़ों के रूप में आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके अलावा भाजपा को वोट नहीं देने व मांगे पूरी नहीं करने पर सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।

बता दें कि चरखी दादरी में दिल्ली रोड पर 152डी के समीप किसान आंदोलन पार्ट-2 के तहत खापों की अगुवाई में पक्का मोर्चा शुरू किया गया था। मंगलवार को धरने पर दादरी सहित दूसरे जिलों के खाप प्रतिनिधि पहुंचे और महापंचायत करते हुए कई निर्णयों पर मोहर लगाई। पंचायत में कंडेला खाप प्रधान ओमप्रकाश द्वारा सर्वखापों के फैसलों की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि एसकेएम सहित सभी किसान संगठनों ने धोखा दिया है फिर भी वे आंचार संहिता के दौरान सबको एकजुट करने की कोशिश करेंगे। इस बार सरकार से धोखा नहीं खायेंगे और आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार रहेंगे।

उन्होंने कहा कि चुनावों में किसान भाजपा को वोट नहीं देंगे। अगर नई सरकार भी किसानों को धोखा देगी तो इन्हीं मैदानों में घोड़े भी वहीं रहेंगे और किसानों की मांगों को पूरा करवाएंगे। फोगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार ने कहा कि सर्वखाप महापंचायत के निर्णय अनुसार किसानों के पक्के धरने स्थगित करने की घोषणा की गई है। सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए कई फैसले लिए हैं।

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