लखनऊ का भव्य कॉरिडोर बदलेगा शहर की सूरत, बढ़ेगी कनेक्टिविटी और ट्रैफिक जाम से मिलेगा राहत

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए शहीद पथ पर एक भव्य कॉरिडोर बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है. इस कॉरिडोर के तहत शहीद पथ के दोनों ओर दो-दो अतिरिक्त लेन बनाने पर विचार किया जा रहा है. इसके साथ ही गोमतीनगर रेल टर्मिनल को क्लोवर लीफ से जोड़ने और इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे के पास दूसरी दिशा में अंडरपास निर्माण का प्रस्ताव भी चर्चा में है.
मंगलवार को गोमतीनगर के एक होटल में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में यह योजना सामने आई. बैठक में सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने सहारा एस्टेट रोड के सामने रिंग रोड पर अंडरपास और इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर भारी ट्रैफिक को देखते हुए एक अतिरिक्त अंडरपास बनाने का सुझाव दिया. इसके अलावा, आउटर रिंग रोड पर अयोध्या राजमार्ग और रिंग रोड इंटरसेक्शन के पास ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए भी उपायों पर विचार-विमर्श हुआ.
एनएचएआई की टीम ने सांसद प्रतिनिधियों के साथ लखनऊ-मोहान हाईवे इंटरसेक्शन का दौरा किया. निरीक्षण के दौरान मोहान हाईवे इंटरसेक्शन के पास सर्विस रोड का कार्य अधूरा पाया गया. इसके अलावा, कानपुर हाईवे इंटरसेक्शन पर निर्माणाधीन क्लोवर-लीफ का जायजा लिया गया. बैठक में अयोध्या राजमार्ग पर हाईकोर्ट परिसर के पास पॉलिटेक्निक चौराहे से नहर के उस पार तक 6-लेन एलिवेटेड रोड के निर्माण पर भी चर्चा हुई.
कौन-कौन रहा बैठक में मौजूद
इस समीक्षा बैठक में एनएचएआई के मेंबर (ए) विशाल चौहान, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रतिनिधि पूर्व आईएएस अधिकारी दिवाकर त्रिपाठी, रक्षामंत्री जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राघवेंद्र शुक्ल, मुख्य महाप्रबंधक (टेक्निकल) नवीन कुमार, रीजनल अफसर संजीव शर्मा और परियोजना निदेशक कर्नल शरद चंद्र सिंह मौजूद रहे.
शहरवासियों को मिलेगी राहत
शहीद पथ कॉरिडोर और अन्य प्रस्तावित परियोजनाओं के पूरा होने से लखनऊ में ट्रैफिक की समस्या में काफी हद तक कमी आने की उम्मीद है. गोमतीनगर रेल टर्मिनल और अन्य प्रमुख क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के साथ ही यह कॉरिडोर शहर के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. शहरवासियों को अब इन योजनाओं के जल्द अमल में आने का इंतजार है.




