यूक्रेन ने रूस की परमाणु रडार स्टेशन पर किया हमला, अमेरिकी विशेषज्ञों ने कहा-“ये बड़ी बेवकूफी”
दो साल से ज्यादा समय से जारी रूस और यूक्रेन युद्ध में दोनों देशों का बड़ा नुकसान हो चुका है लेकिन दोनों देश पीछे हटने को तैयार नहीं हैं ...
दो साल से ज्यादा समय से जारी रूस और यूक्रेन युद्ध में दोनों देशों का बड़ा नुकसान हो चुका है लेकिन दोनों देश पीछे हटने को तैयार नहीं हैं । इस बीच खबर है कि रूस की सेनाओं ने टैक्टिकल परमाणु हथियारों के साथ सैन्याभ्यास शुरू कर दिया है। उधर, रूसी विदेश मंत्री सर्गे लावरोव की यूक्रेन का साथ देने वाले पश्चिमी देशों को लताड़ के बीच यूक्रेन ने रूस की परमाणु रडार स्टेशन पर हमला बोल दिया है।
यूक्रेनी ड्रोन ने रूस के परमाणु बुनियादी ढांचे के एक महत्वपूर्ण हिस्से, अर्माविर रडार स्टेशन पर हमला किया, जो आने वाली परमाणु मिसाइलों पर नज़र रखता है।रूस यूक्रेनी मिसाइलों को ट्रैक करने के लिए इस सुविधा का उपयोग कर रहा था, जिसमें एटीएसीएमएस भी शामिल है, जो अमेरिका ने उन्हें प्रदान किया है।फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के परमाणु शस्त्रागार विशेषज्ञ हंस क्रिस्टेंसन ने कहा, यह “यूक्रेन की ओर से एक बेवकूफी भरा निर्णय है।” नॉर्वेजियन सैन्य विश्लेषक ने कहा कि , “यह सभी के हित में है कि रूस की बैलिस्टिक मिसाइल चेतावनी प्रणाली अच्छी तरह से काम करे।”
बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सीमा के पास टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन के साथ सैन्याभ्यास का आदेश दिया था। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस सैन्याभ्यास को पुतिन की वॉर्निंग के तौर पर डिजाइन किया गया है। इस तरह पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि वे यूक्रेन के साथ उसके युद्ध में अब अधिक हस्तक्षेप नहीं करें। दरअसल पश्चिमी देश रूस के साथ यूक्रेन के युद्ध में उसे हथियार और अन्य सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस सैन्याभ्यास के पहले चरण में इस्कंदर और किंजल मिसाइलों को टेस्ट किया जाएगा. इस सैन्याभ्यास ने एक बार फिर से परमाणु हमले को लेकर सभी की चिंताओं को सामने ला दिया है।