दिल दहला देने वाला मामला: नवी मुंबई में मां ने बेटी की हत्या की

एक बच्चा अपने आप को सबसे ज्यादा सुरक्षित अपनी मां के आंचल में समझता है, लेकिन महाराष्ट्र केनवी मुंबई में एक हैवान मां ने अपनी ही बेटी की हत्या कर दी. उसने अपनी 6 साल की मासूम बेटी को गला दबाकर मार डाला. वह भी सिर्फ इस बात पर कि बच्ची हिंदी में बात करती थी. उसकी मां उसे मराठी बोलने के लिए कहती थी. हत्या वाले दिन भी जब बेटी ने हिंदी में बात की तो मां को गुस्सा आ गया और मां ने उसे मार डाला.
3 दिन की हिरासत में भेजा गया
पुलिस ने सुप्रिया प्रमोद को शुक्रवार को पनवेल कोर्ट में पेश किया और उसे 3 दिन की हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस ने बताया कि महिला अपनी बेटी से प्यार नहीं करती थी. सुप्रिया की बेटी हिंदी में बात करती थी. ये बात भी उसे जरा पसंद नहीं थी. हिंदी बोलने पर भी सुप्रिया बेटी को डांटती रहती थी. बेटी की हत्या करने के बाद उसने पहले पुलिस को बताया कि बेटी की बीमारी से मौत हो गई.
ऐसे में शुरुआत में बच्ची की मौत को नॉर्मल समझा गया, लेकिन फिर पनवेल उप-जिला अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों को बच्ची की मौत को लेकर शक हुआ. उन्होंने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी. इसके बाद में कराए गए पोस्टमॉर्टम में खुलासा हुआ कि बच्ची की मौत गला दबाए जाने से हुई थी. जांच के दौरान बच्ची की मां इस मामले में मुख्य संदिग्ध के रूप में सामने आई.
मुंह और नाक दबाई, फिर गला घोंट दिया
जानकारी के मुताबिक सुप्रिया पिछले साल से डिप्रेशन में थी और साइकेट्रिस्ट से इलाज भी करा रही थी. शुक्रवार को जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने अपनी बेटी की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली. महिला ने बताया कि उसने बच्ची का मुंह और नाक दबाई और पेट पर घुटना रखकर उसका गला घोंट दिया. पूछताछ में महिला ने यह भी कहा कि वह एक बेटे की चाह रखती थी, लेकिन उसका पति दूसरा बच्चा नहीं चाहता था. इसी वजह से वह टेंशन में थी और उसने ये कदम उठाया.
पहले भी कर चुकी जान से मारने की कोशिश
पूछताछ के दौरान सुप्रिया के पति प्रमोद ने एक और चौंकाने वाली जानकारी दी. उसने पुलिस को बताया कि यह पहली बार नहीं था. इससे पहले भी सुप्रिया ने बच्ची की जान लेने की कोशिश की थी. मई महीने में जब परिवार पाली रायगढ़ में रह रहा था और बच्ची महज एक महीने की थी, तब भी सुप्रिया ने उसे गला दबाकर मारने की कोशिश की थी.
उस समय बच्ची की हालत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई, जिसे देखकर सुप्रिया घबरा गई थी. इसके बाद वह बच्ची को तुरंत पास के एक स्थानीय डॉक्टर के पास ले गई, जहां समय रहते इलाज मिलने से उसकी जान बच गई थी. पुलिस का कहना है कि अब इस पूरे मामले से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.




