भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता भारतीय उद्योग के लिए ऐतिहासिक अवसर: दीपक मैनी

न्युज डेस्क हरियाणा । गुरुग्राम । विवेक भाटिया । भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ ऐतिहासिक व्यापार समझौता भारतीय उद्योग जगत के लिए एक निर्णायक मोड़ है। इस समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार को नई गति मिलेगी और भारत से ब्रिटेन को होने वाले 99 प्रतिशत निर्यात अब शुल्क मुक्त हो जाएंगे, जिससे उत्पाद प्रतिस्पर्धी बनेंगे और निर्यात को सीधा लाभ होगा।
प्रोग्रेसिव फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन दीपक मैनी ने इस समझौते का स्वागत करते हुए कहा कि भारतीय वस्त्रों पर ब्रिटेन में अब 12 प्रतिशत का आयात शुल्क समाप्त हो गया है, जिससे रेडीमेड गारमेंट्स, फैब्रिक और टेक्सटाइल उत्पादों के निर्यात को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। जेम्स और ज्वेलरी के क्षेत्र में भी पांच वर्षों में व्यापार के दोगुना होने की संभावना जताई गई है।
दीपक मैनी ने कहा कि यह समझौता विशेष रूप से हरियाणा जैसे औद्योगिक राज्यों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, सोनीपत और हिसार जैसे शहरों में टेक्सटाइल, ऑटो पार्ट्स, इंजीनियरिंग गुड्स और हैंडलूम से जुड़ी हजारों इकाइयों को ब्रिटेन के बाजार तक आसान पहुंच मिलेगी। इससे राज्य के एमएसएमई सेक्टर को वैश्विक पहचान मिलेगी और निर्यात आधारित रोजगार में वृद्धि होगी।
उन्होंने बताया कि इस समझौते के तहत भारत से ब्रिटेन को होने वाले निर्यात में अगले कुछ वर्षों में 34 अरब डॉलर की वृद्धि की संभावना है। कृषि उत्पादों, मसालों, बासमती चावल, और आयुर्वेदिक उत्पादों को भी बिना शुल्क के निर्यात करने की छूट मिलेगी, जिससे किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों को भी लाभ मिलेगा।
दीपक मैनी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री श्री कीर स्टार्मर को इस ऐतिहासिक समझौते के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह भारतीय व्यापार, रोजगार और निवेश को एक नई दिशा देगा। हरियाणा सहित पूरे उत्तर भारत का औद्योगिक परिदृश्य इससे पूरी तरह बदल जाएगा।