एसवाईएल हिमाचल मार्ग समिति ने सुझाया हिमाचल के बददी से पिंजोरा के रास्ते हरियाणा में एसवाईएल का पानी लाए जाने का सुझाव
एसवाईएल हिमाचल मार्ग समिति के इस अभियान को मिला युवा अधिवक्ताओं का समर्थन अधिवक्ता रवि राय के नेतृत्व में अनेक अधिवक्ताओं ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंप दक्षिण हरियाणा की सबसे बड़ी ग्रीवेंस से कराय अवगत

भिवानी, (ब्यूरो): हरियाणा व पंजाब के बीच राजनैतिक फुटबॉल बना एसवाईएल का पानी अगर केंद्र सरकार चाहे तो एक साल के भीतर दक्षिण हरियाणा के सूखे खेतों को सींचकर हरा-भरा कर सता है। यह पानी भी ऐसे रास्ते से आएगा कि ना तो इससे पंजाब के किसानों को नुकसान होगा और ना ही हरियाणा के हिस्से में कमी आएगी। एसवाईएल हिमाचल मार्ग समिति द्वारा हिमाचल के बददी से पिंजोरा के रास्ते हरियाणा में पानी लाने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी और प्रधानमंत्री को मांगपत्र भी सौंपा जाएगा। यह बात एसवाईएल हिमाचल मार्ग समिति के अध्यक्ष जितेंद्र नाथ ने स्थानीय कोर्ट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कही। इस दौरान समिति के इस अभियान का जिला बार एसोसिएशन के पूर्व उपप्रधान अधिवक्ता रवि राय ने अपनी युवा साथियों की टीम के साथ पूरा सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। जिसके बाद अधिवक्ताओं ने दक्षिण हरियाणा की सबसे बड़ी ग्रीवेंनस को लोकसंपर्क विभाग एवं कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष एवं प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढ़ांडा को मांगपत्र भी सौंपा। कार्यक्रम के दौरान मौजूद अनेक अधिवक्ताओं ने केक काटकर अधिवक्ता रवि राय का जन्मदिन भी मनाया। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में जल स्थिति भयावह रूप ले चुकी है तथा 8.5 ब्लॉक डार्क जोन घोषित हो चुके है। 3600 गांवों में भू-जल समाप्त हो चुका है। जिला भिवानी में एसवाईएल नहर से 150 लाख हैक्टेयर भूमि सिंचित हो सकती है तथा चरखी दादरी में 1-10 लाख हैक्टेयर भूमि सिंचित हो सकती है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार वास्तव में एसवाईएल के पानी की समस्या का हल चाहती है तो भाखड़ा डैम से हिमाचल के रास्ते बद्दी से होते हुए पिंजौर के साथ से पंचकुला के पास टांगरी नदी में पानी डालकर जनसुई हैड तक लाया जा सकता है। इसके लिए एक डॉक्यूमैंटरी के माध्यम से एसवाईएल नहर के वर्तमान हालात व उनके सुझाए गए रास्ते को दिखाते हुए बताया कि जनसुई हैड से आगे नहर का काम पूरा हो चुका है। भौगौलिक दृष्टि से देखे तो भाखड़ा डैम से वाया हिमाचल प्रदेश हरियाणा बोर्डर मात्र 67 किलोमीटर की दूरी पर है, जबकि पंजाब के रास्ते हरियाणा बोर्डर की दूरी 156 किलोमीटर पड़ती है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि दोनों प्रदेशों के भाईचारे व हरियाणा के किसानों के हित को देखते हुए एसवाईएल हिमाचल मार्ग समिति द्वारा सुझाए गए वैकल्पिक रास्ते से एसवाईएल का पानी लाया जाए।
इस मौके पर जिला बार एसोसिएशन के प्रधान संदीप तंवर ने कहा कि दक्षिण हरियाणा के किसानों की सबसे बड़ी मांग व जरूरत में अधिवक्ता अपना पुरा सहयोग देंगे तथा हर लड़ाई में समिति के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने समिति के के अध्यक्ष जितेंद्र नाथ को आश्वासन दिया कि उन्हे जब भी अधिवक्ताओं की जरूरत महसूस होगी तो वे हमेशा खड़े मिलेंगे। इस मौके पर जिला बार एसोसिएशन के पूर्व उपप्रधान अधिवक्ता रवि राय ने कहा कि वे हिमाचल के बददी से पिंजोरा के रास्ते हरियाणा में एसवाईएल का पानी लाए जाने की मांग को लेकर वे युवा अधिवक्ताओं के साथ जनजागरूकता अभियान चलाएगी और गांव, ब्लॉक, कॉलेज व विश्वविद्यालय के युवाओं व विद्यार्थियों को एसवाईएल के पानी का महत्व से अवगत करवाएंगे। ताकि प्रदेश की जनता को साथ लेकर सरकार पर दबाव बनाया जा सकें तथा हरियाणा के किसानों को उसके हिस्से का एसवाईएल का पानी मिल सकें।