भाजपा में अंतर्कलह को जन्म देगी रतिया से सुनीता दुग्गल की दावेदारी, टिकट मिला तो कड़े विरोध के संकेत

अब इस लेटर के वायरल होने के बाद भाजपा नेताओं ने विधायक व जिला अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव भवानी सिंह ने आज अन्य नेताओं के साथ सनसनीखेज प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने रतिया के विधायक लक्ष्मण नापा और जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा है कि उक्त तीनों को पार्टी टिकट दे तो ठीक नहीं तो बाहरी उम्मीदवार का विरोध किया जाएगा। इससे वर्करों में भ्रम है, उसी भ्रम को आज दूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले तो यह नेता ये साफ करें कि बाहरी कौन और अंदर वाला कौन है। पार्टी जिस नेता को भी कमल का निशान देकर भेजेगी, वर्कर उसका साथ देंगे, होना तो यह चाहिए, लेकिन यह पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाने और ब्लैकमेल करने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आलाकमान ने अध्यक्षों व प्रभारियों की मीटिंग लेकर साफ तौर पर कहा था कि यदि वे चुनाव लड़ना चाहते हैं तो लिखकर दें और तैयारी करें, लेकिन तब ये नहीं बोले और अब इस तरह से लेटर जारी हो रहे हैं। खेत को बाड़ ही खाने लग रही है। उन्होंने कहा कि चाहे जिला अध्यक्ष हों या विधायक, दोनों इतनी जिम्मेवारी के पद पर हैं, पार्टी के प्रति निष्ठा होनी चाहिए। किसी व्यक्ति विशेष के प्रति नहीं। यदि शीर्ष नेतृत्व के फैसले पर ही उंगली उठाते हैं तो उनमें अभी तक असली भाजपा आई ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सुनीता दुग्गल यहां रतिया से चुनाव लड़ चुकी हैं फिर वे लोकसभा सांसद भी रह चुकी हैं, वे बाहरी कैसे हुईं। डॉ.अशोक तंवर सांसद रह चुके हैं और कई बार सांसद के लिए चुनाव लड़ चुके हैं, प्रो.रविंद्र बलियाला अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन हैं और रतिया से विधायक रह चुके हैं, वे बाहरी कैसे हुए।