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पढ़ाई छोड़कर सड़क पर जाम करने लगे छात्र, SMC कमेटी और अभिभावकों ने की नारेबाजी, जानें वजह

गुड़गांव: पढ़ाई छोड़कर सड़कों पर उतर जाम लगा रहे छात्रों ने आज शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों के साथ साथ स्कूल मैनेजमेंट कमेटी और अभिभावकों ने भी शिक्षा विभाग के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए फर्रूखनगर झज्जर रोड को जाम लगा दिया। जाम लगाए जाने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाकर रोड से हटाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र, अभिभावक और स्कूल मैनेजमेंट कमेटी नहीं मानी और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर उनकी मांगों पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग करने लगे।

स्कूल मैनेजमेंट कमेटी की सदस्य मीना की मानें तो, हाल ही में फर्रूखनगर के मॉडल संस्कृति स्कूल को दो शिफ्ट में किया गया है। पास ही मौजूद गर्ल्स स्कूल की हालत जर्जर होने के कारण उस स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए मॉडल संस्कृति स्कूल में दूसरी शिफ्ट शुरू की गई है ताकि गर्ल्स स्कूल की जर्जर बिल्डिंग को तोड़कर दोबारा बनाया जा सके। शिक्षा विभाग ने गर्ल्स स्कूल को मॉडल संस्कृति में शिफ्ट करने के साथ ही इसे दूसरी शिफ्ट यानी दोपहर से शाम तक की पाली में शुरू करने के आदेश दिए जिसका स्कूल मैनेजमेंट कमेटी ही नहीं बल्कि अभिभावक भी विरोध कर रहे हैं।

अभिभावकों की मानें तो मॉडल संस्कृति स्कूल को दो शिफ्ट में किए जाने से छात्रों की पढ़ाई में दिक्कत होने लगी है। इसके साथ ही छात्राएं अगर दूसरी शिफ्ट में आएंगी तो उनकी सुरक्षा पर भी सवाल उठ सकते हैं। अभिभावकों की मानें तो उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया था कि वह इस आदेश को रद्द करके गर्ल्स स्कूल को उसके पुराने स्थान पर ही चलाएं और यहां अलग व्यवस्था करें ताकि किसी भी छात्र की पढ़ाई बाधित न हो। कुछ अभिभावकों ने स्कूल प्रधानाचार्य पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार ने ही गर्ल्स स्कूल और मॉडल संस्कृति स्कूल को मर्ज कराकर दो शिफ्ट में कराया है। वहीं, स्कूल प्रधानाचार्य ने अपने उपर लगे इन आरोपों को नकार दिया।

वहीं, मौके पर पहुंचे शिक्षा विभाग के अधिकारी रणधीर सिंह ने कहा कि वह जिला शिक्षा अधिकारी को इस बारे में अवगत कराएंगे और लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध को लेकर भी बात करेंगे। इस समस्या का समाधान करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी के साथ बैठक कर जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।

फिलहाल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम तो खोल दिया है, लेकिन अभिभावकों व स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दो दिन का अल्टीमेटम भी दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर दो दिन में उनकी मांग को न माना गया तो वह बड़ा आंदोलन करने को विवश हो जाएंगे। अब देखना यह होगा कि ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे विरोध का शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर क्या असर होता है।

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