मानसिक व आत्मिक शांति के लिए आध्यात्म जरूरी: बीके सुमित्रा

भिवानी, (ब्यूरो): स्थानीय प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज की शाखा सिद्धि धाम में साप्ताहिक आध्यात्मिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में बोलते हुए शाखा प्रबंधक राजयोगिनी बीके सुमित्रा बहन ने कहा कि आध्यात्म के बिना हमारा जीवन निरर्थक है। हमें अपने जीवन में आध्यात्म को अपनाना चाहिए। आध्यात्म से ही हम अपनी मानसिक व आत्मिक शांति को प्राप्त कर सकते हैं। बीके सुमित्रा ने कहा कि स्वय उन्नति के लिए अपने मन-वचन-कर्म से पवित्रता के लक्ष्ण दिखने चाहिए। यह तब होगा जब हम स्वच्छ अन्न, स्वच्छ मन और स्वच्छ वस्त्र धारण करेंगे। धारण करने से ही धारणा संभव है। आज मनुष्य आधुनिकता की चमचमाहट में इतना व्यस्त हो गया है कि वह अपने अस्तित्व को भूलता जा रहा है। आध्यात्म से ही हम अपने मन व शरीर को स्वच्छ एवं उर्जावान बना सकते हैं। राजयोगिनी बीके कीर्ति बहन ने कहा कि हमें अपने जीवन को मजबुती प्रदान करनी है तो पांच स्वरूपों का मनन करना पड़ेगा क्योंकि चिंतन और मनन करने से ही हमारी आत्मिक स्थिति ऊर्जावान बनेगी और दुसरों को भी संकल्प शक्ति के वाईब्रेशन देकर ईश्वरीय गुणों से भरपुर कर सकते हैं। इस दौरान ताईक्वांडो प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी युवराज का स्वागत तथा उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर बीके आरती, बीके रामनीवास सैय, बीके सारदा, बीके गीता, बीके संतोष व मीडिया कॉर्डिनेटर बीके धर्मवीर सहित अनेक ब्रह्मावत्स उपस्थित रहे।