राष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम -2025
अनुवाद के माध्यम से संभव है समस्त मानव जाति का कल्याण : गुप्ता

भिवानी, (ब्यूरो): साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले रचनाकारों को सम्मानित करने हेतु सर्वभाषा राष्ट्रीय शिक्षा एवं साहित्य समिति, भिवानी हरियाणा द्वारा राष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह 2025 का आयोजन यहां वैश्य इंटरनेशनल स्कूल के प्रांगण में आयोजित किया गया । इस अवसर पर कुमारी जय शिखा द्वारा लिखित अंग्रेजी उपन्यास ‘द ग्रुन्ज ड्रीम्स ऑन ए कनवास’ व डॉ करतार सिंह जाखड द्वारा अनुदित पुस्तक एक फलक पर गंदे सपने का लोकार्पण किया गया। इस समारोह में राष्ट्रीय स्तर के नामचीन साहित्यकारों , शिक्षाविदों ,कवियों और अनुवादकों ने शिरकत पेश की । कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक डॉ. खेम सिंह डहरिया (कुलपति अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय ,भोपाल, मध्य प्रदेश) और डॉक्टर अशोक कुमार मंगलेश (साहित्य आलोचक एवं अनुवाद विद व निदेशक, निर्मल प्रकाशन, चरखी दादरी, हरियाणा हरियाणा ) रहे। वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट एवं वैश्य इंटरनेशनल विद्यालय के महासचिव पवन बुवानी वाला बतौर अतिविशिष्ट अतिथि समारोह में मोजूद रहे । राष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान समारोह में वरिष्ठ आयकर अधिवक्ता एवं अध्यक्ष वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट व वैश्य इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष शिवरतन गुप्ता ने बतौर समारोह अध्यक्ष अपनी शिरकत पेश की। मुख्य अतिथि डॉ धर्मदेव विद्यार्थी निदेशक, हरियाणा संस्कृति एवं साहित्य अकादमी, पंचकूला रहे। अन्य प्रमुख साहित्यविदों में मुख्य वक्ता हिंदी प्रोफेसर बाबूराम (हिंदी विभागाध्यक्ष, बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय रोहतक) से उपस्थित रहे। विशेष आमंत्रित अतिथि जय शिखा गोदारा (युवा अंग्रेजी उपन्यासकार ), विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर गीतू धवन (हिंदी विभागाध्यक्ष जी की विश्वविद्यालय ,हिसार) डॉ. मधु कांत( वरिष्ठ साहित्यकार एवं अध्यक्ष, प्रज्ञा साहित्यिक मंच, रोहतक, विशेष आमंत्रित सम्मानित साहित्यकार डॉ नरेंद्र ‘संतोषी ‘,डॉ शिवताज सिंह, श्री साहित्यकार राधेश्याम गोमला, श्री साहित्यकार जनक राज शर्मा, श्री साहित्यकार डॉ दिलबाग सिंह ‘विर्क’, वरिष्ठ कवयित्री आशा खत्री , डॉ सत्यवीर ‘,निराला ग्वालियर साहित्यकार से ‘माता प्रसाद शुक्ला, झज्जर से अशोक कुमार डोरिया आदि ने साहित्य पर्व की शोभा में चार चाँद लगाए ।
साथ ही वैश्य मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती कमला गुरेजा व् वैश्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल के श्री सीईओ महेश गर्ग ने भी अपनी उपस्तिथि दर्ज कर साहित्यिक समारोह की शोभा बढाई । इस अवसर पर अंग्रेजी उपन्यास की लेखिका जय शिखा की पुस्तक का लोकार्पण किया गया तथा साथ ही इसके हिंदी अनुवाद ‘एक फलक पर गंदे सपने का लोकार्पण किया गया। जिसका हिंदी अनुवाद विद्यालय प्राचार्य डॉ करतार सिंह जाखड़ द्वारा किया गया है। समस्त अतिथिगण का विद्यालय परिषद द्वारा भव्य स्वागत किया गया तथा उन्हें पारंपरिक अंगवस्त्र ,साल ,लोई,सम्मान पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। उनके स्वागत में विद्यालय के छात्रों ने देशभक्ति गीत ,राम स्तुति व स्वागत गीत की प्रस्तुति दी जिससे समस्त अतिथिगण मंत्रमुग्ध हो गए । कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माँ की प्रतिमा के समक्ष फूल अर्पित कर ,दीप प्रज्वलन कर सरस्वती वंदना नृत्य प्रस्तुति के माध्यम से की गई । विद्यालय से अंग्रेजी भाषा में मंच संचालन मिस आकांक्षा चीफ़ कोऑर्डिनेटर वैश्य इंटरनेशनल विद्यालय व हिंदी में डॉ अशोक कुमार मंगलेश अध्यक्ष ,निर्मला स्मृति साहित्य समिति ,चरखी दादरी ने किया। वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष शिव रतन गुप्ता जी ने अपने प्रेरणादाई उद्बोधन में साहित्य की शिक्षा में उपयोगिता पर बोलते हुए बताया कि विद्यार्थियों को भी लेखनी और मंच प्रदान करने की आवश्यकता है उन्होंने भाषा अनुवाद की वैश्विक पटल पर भूरी भूरी प्रशंसा की ।अनुवाद के माध्यम से हम समस्त मानव जाति का कल्याण कर सकते हैं।