स्पोर्ट्सहरियाणा

वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मैडलिस्ट नूपुर श्योराण का भिवानी पहुंचने पर किया सम्मान समारोह

भिवानी पहुंचने पर खेल प्रेमियों ने फूल मालाओं के साथ नुपुर श्योराण का किया भव्य स्वागत

भिवानी, (ब्यूरो): हाल ही में लंदन के लिवरपुल में आयोजित हुए वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता महिला मुक्केबाज नुपूर श्योराण का भिवानी की कैप्टन हवासिंह बॉक्सिंग अकादमी में पहूंचने पर खिलाडिय़ों व खेल प्रेमियों द्वारा फूलमालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर भिवानी पहुंचने पर सिल्वर मेडलिस्ट नूपुर श्योराण ने कहा कि वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में काफी अच्छा एक्सपीरियंस रहा। वहां पर पूरे वल्र्ड से मुक्केबाज आईं हुई थी खेलने के लिए। उन्होंने कहा कि वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 72 देशों ने हिस्सा लिया था तथा उनकी फाइट उज़्बेकिस्तान, पोलैंड, चरखी के साथ हुई थी। उन्होंने कहा कि 80 किलो प्लस भार वर्ग में खेला था। इसके बाद एशियन गेम्स की तैयारी करेंगे। उन्होंने कहा कि ओलिंपिक में वेट केटेगरी के फाइनल होने के बाद देखेंगे कि कौन सी केटेगरी में खेले। अपनी प्रेरणा के बारे में बताते हुए पदक विजेता मुक्केबाज नुपुर ने कहा कि बॉक्सिंग की प्रेरणा अपने दाद और पिता से मिली है। उन्होंने कहा कि 2005 में ममी और पापा ने अकादमी शुरू की थी और अकादमी में बहुत से ऐसे बच्चे थे जो फाइनेंसिली स्ट्रांग नहीं थे और उनको घर में ऊपर रखते थे तो अलग अलग बॉक्सर मॉडल लेकर आते थे तो उनको देख कर लगा कि मुझे भी बॉक्सिंग करनी है। उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा के बाद बॉक्सिंग शुरू की थी। उन्होंने कहा कि रेलवे में जॉब करती हु और रेलवे से मुझे काफी सपोर्ट मिलता है और मेरी पोस्टिंग भी भिवानी में है और ट्रेनिंग भी भिवानी में है। उन्होंने कहा वल्र्ड बॉक्सिंग में गोल्ड आ सकता था, मेरी जो कमी थी उसको सुधार कर दूर करना है।
नुपुर श्योराण के पिता व भीम अवार्डी कोच संजय श्योराण ने बताया कि हमें महिला मुक्केबाज नुपूर श्योराण पर नाज है। वर्षो पहले कैप्टन हवासिंह ने भिवानी में बॉक्सिंग खेल का एक छोटा सा पौधा लगाया था आज वह पौधा वट वृक्ष का रूप धारण कर चुका है। बॉक्सिंग के खिलाडिय़ों ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन कर भिवानी को मिनी क्यूबा के रूप में एक नई पहचान दी है। संजय श्योराण ने बताया कि वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जिले की तीन बेटियों ने स्वर्ण, रजत व कास्य पदक जीते हैं। इनमें से स्वर्ण पदक विजेता जेसमीन लोबोरिया की शुरूआत भी कैप्टन हवासिंह बॉक्सिंग अकादमी से हुई थी।

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