भिन्न-भिन्न शक्तियों का यादगार है शिव शक्ति पूजन नवरात्रि: बीके रजनी

भिवानी (ब्यूरो): पूरे भारतवर्ष में नवरात्रि का शुभ पर्व चैत्र मास के प्रारंभ से ही मनाया जा रहा है वहीं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय दिव्य भवन रुद्रा कॉलोनी में भी इस पावन पर्व पर अखंड ज्योति जगाई गई और अखंड राजयोग का अभ्यास किया गया। शाखा संचालिका बीके रजनी दीदी जी ने अखंड ज्योति का महत्व बताते हुए कहा कि आत्मा भी अविनाशी अमर अखंड है और परमात्मा भी अविनाशी और अखंड है जो गीत गाया जाता है, ज्योत से ज्योत जगाते चलो और इसलिए जो मंदिरों में अखंड ज्योत जलाई जाती है अर्थात आत्मा अविनाशी है और शरीर विनाशी है और उसके अंदर जब ज्ञान का घी डलता रहता है तो आत्मा की शक्तियां बढ़ती जाती है उसी का यादगार शिव शक्तियों की रूप में नवरात्रि मनाया जाता है। नौ दिन अलग-अलग देवियों के पूजन का आध्यात्मिक रहस्य स्पष्ट करते हुए कहा कि जब कलयुग अंत और सतयुग शुरुआत में परमपिता परमात्मा शिव इस धरा पर अवतरण के समय आत्मा रूपी शक्ति उस परमेश्वर शिव की याद से अपने में भिन्न भिन्न शक्तियां जैसे सहनशक्ति,समाने की शक्ति, सामना करने की शक्ति,परखने की शक्ति, निर्णय करने की शक्ति, समेटने की शक्ति, सहयोग की शक्ति और पवित्रता की शक्ति को अपने में धारण करने का यादगार ही शिव शक्तियों का गायन और पूजन बड़े धूमधाम से होता है । इस अवसर पर बीके रानी, बीके मीना, बीके रजत, बीके संदीप, बीके मंजू सहित अनेकों बीके भाई बहन मौजूद रहे।