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बीकानेर से सोनीपत तक डलने वाली बिजली लाइन पर जिला के प्रभावित किसानों को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं होना चाहिए: एसडीएम पॉवर लाइन डालने को लेकर एसडीएम महेश कुमार ने पावर ग्रिड

 अधिकारियों, अखिल भारतीय किसान सभा के प्रतिनिधिमंडल, गांव धनाना, मंढाणा तथा बडेसरा के किसानों के साथ की संयुक्त रूप से बैठक एसडीएम महेश कुमार ने पावर ग्रिड के अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश

भिवानी, (ब्यूरो): बीकानेर से सोनीपत तक डाली जाने वाली 400 केवी बिजली लाइन को लेकर एसडीएम महेश कुमार की अध्यक्षता की स्थानीय लघु सचिवालय परिसर में पॉवर ग्रिड अधिकारियों, अखिल भारतीय किसान सभा के प्रतिनिधिमंडल, गांव धनाना, मंढाणा तथा बडेसरा के किसानों के साथ की संयुक्त रूप से बैठक आयोजित हुई। बैठक में एसडीएम ने पॉवर ग्रिड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला में लाइन से प्रभावित किसानों को किसी भी तरह से कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। किसानों को अधिक से अधिक मुआवजा दिलाया जाए। एसडीएम ने अखिल भारतीय किसान सभा के प्रतिनिधि कामरेड ओमप्रकाश व डॉ. बलबीर सिंह ठाकन तथा धनाना, मंढाणा तथा बडेसरा के किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि बीकानेर से सोनीपत तक 400 केवी की बिजली लाइन डाली जा रही है, जो कि जिला के विभिन्न गांवों से होकर गुजरेगी। उन्होंने कहा कि लाइन डालने के कार्य की अभी शुरुआत है, जिसकी जानकारी संबंधित किसान को होनी जरूरी है। वहीं दूसरी ओर किसान सभा के प्रतिनिधि कामरेड ओमप्रकाश व डॉ. बलबीर सिंह ठाकन ने कहा कि उन्होंने पावर ग्रिड के अधिकारियों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि लाइन को इस तरह से डाला जाए कि खेतों से पहले से बनी ढाणी या मकान प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों को अधिक से अधिक मुआवजा मिलना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कि टावर लगाने से पहले खेत के मालिक को उसको मिलने वाले मुआवजे व टॉवर लगाने वाली जगह की जानकारी देनी जरूरी है। किसान की जानकारी दिए बिना टावर नही लगना चहिए। वहीं बैठक में मौजूद किसानों ने मांग रखते हुए कहा कि टावर के साथ-साथ लाईन के नीचे आने वाली जमीन का मुआवजा भी कम नहीं मिलना चाहिए, इसके लिए जमीन के अधिक से अधिक तय करवाए जाएं। एसडीएम ने पावर ग्रिड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इंसान बड़ी मुश्किल से एक बार मकान बना पाता है, ऐसे में पावर लाईन के रूट का ध्यान रखा जाए कि किसान के मकान या खेतों की बनी ढाणियां इससे प्रभावित न हों। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन किसानों के खेतों से पॉवर लाइन डाली जाएगी, उनको पूरी जानकारी दी जाए। वहीं पॉवर ग्रिड के अधिकारी सतेंद्र शर्मा ने बताया कि यह भारत सरकार का प्रोजेक्ट है, जो प्रथम चरण में है। जहां से लाईन जाएगी, उसकी पहचान की जा रही है, जल्द सही संबंधित किसानों को जानकारी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उनका भरसक प्रयास रहेगा कि किसानों को अधिक से अधिक मुआवजा मिले। उन्होंने बताया कि सिवानी में इसका सब स्टेशन बनेगा।
बॉक्स
सिवानी तहसील में गांव झुप्पा कलां, ढाणी भाखड़ा, घंघाला, बिधवान, गुढ़ा, कालोद, खरकड़ी, गढ़वा, खेड़ा, मोतीपुरा, सैनीवास बुधशेली, पुर, लीलस, गेंडावास, बख्तावरपुरा, मोहिला, सिवानी, धूलकोट, ढाणी साहलेवाली, गुरेरा, देवसर, किकराल, मतानी, बड़वा, नलोई, ढाणी रामजस, रूपाणा, झुम्पा खुर्द शामिल हैं। तोशाम तहसील में गांव भेरा, सिधान, झुल्ली, बिडोला, मिरान, सरल, छापर रांगडान, डाडम, बागनवाला, तोशाम, सागवन, ढाणी मिरान, चनाना, दरियापुर, पिंजोखरा, खानक, किरावड़, भुरटाना, छपार जोगियान, दांग खुर्द, झांवरी, खरकड़ी माखवान, ढाणी किरावड़, गारनपुरा शामिल हैं। बवानीखेड़ा तहसील में गांव बलियाली, लोहारी जाटू, जमालपुर, बवानी खेड़ा, पुर, सिवाड़ा, सुमराखेड़ा, पपोसा, बोहल, रतेरा, सुई, तागा और अलखपुरा शामिल हैं।

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