5 रुपए के पान मसाले के विज्ञापन पर फंसे सलमान खान, कोर्ट ने जारी किया समन

सलमान खान फिर से कानूनी विवाद में फंस गए हैं, इस बार मामला उनके द्वारा प्रमोट किए गए राजश्री पान मसाला से जुड़ा है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान हाईकोर्ट के वकील मोहन सिंह हनी ने सलमान और कंपनी दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि इस पान मसाले के विज्ञापन में गलत दावा किया गया है और यह ग्राहकों को गुमराह करता है.
राजस्थान हाईकोर्ट के वकील मोहन सिंह हनी का कहना है कि राजश्री पान मसाले में ‘केसर’ होने का दावा किया गया है. हालांकि उनके अनुसार यह असंभव है. केसर की कीमत लगभग 4 लाख रुपये प्रति किलोग्राम है. ऐसे में 5 रुपये के पैकेट में असली केसर मिलना नामुमकिन है. हनी का तर्क है कि इस तरह के विज्ञापन लोगों को झूठा संदेश देते हैं और खासकर युवाओं को पान मसाले की ओर आकर्षित करते हैं.
हाईकोर्ट के वकील ने ANI से कहा,’सलमान खान लाखों युवाओं के रोल मॉडल हैं. उन्हें इस तरह के उत्पादों को प्रमोट नहीं करना चाहिए. पान मसाला मुंह के कैंसर का बड़ा कारण है, और इसका प्रचार युवाओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.’
कोटा कंज्यूमर कोर्ट ने जारी किया नोटिस
मोहन सिंह हनी की शिकायत पर कोटा कंज्यूमर कोर्ट ने सलमान खान और कंपनी दोनों को नोटिस भेज दिया है. कोर्ट ने दोनों से जवाब मांगा है और अगली सुनवाई 27 नवंबर को तय की गई है.
सिर्फ सलमान नहीं, अन्य स्टार्स भी शामिल
सलमान खान अकेले नहीं हैं. अजय देवगन, शाहरुख खान और टाइगर श्रॉफ जैसे सितारे भी पान मसाले के विज्ञापनों में दिखाई दिए हैं. सभी ने अपने-अपने उत्पादों में केसर और अन्य गुणों के दावे किए हैं.
मोहन सिंह हनी ने कहा कि कई देशों में सेलिब्रिटी सॉफ्ट ड्रिंक या तंबाकू जैसी चीजों का प्रमोशन नहीं करते, लेकिन भारत में स्टार्स पान मसाले जैसे हानिकारक उत्पादों का प्रचार कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह युवाओं के लिए गलत संदेश है और इससे उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है.
आम लोग भी दिखा रहे नाराजगी
कोटा में एक कंज्यूमर ने तो नोटिस भी भेजा है। उनका कहना है कि यह विज्ञापन झूठा है और यह सीधे उपभोक्ताओं को धोखा देता है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस मुद्दे पर सवाल उठा रहे हैं और सलमान खान के प्रमोशन को लेकर चिंता जता रहे हैं।
अब क्या होगा?
कोर्ट ने नोटिस भेज दिया है और अब सलमान खान और राजश्री पान मसाला को कोर्ट में अपना पक्ष रखना होगा. अगली सुनवाई के दौरान यह स्पष्ट होगा कि अदालत इस मामले में क्या फैसला करती है. लेकिन इस पूरे विवाद ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या सितारे अपने प्रभाव का सही इस्तेमाल कर रहे हैं या उनकी एंडोर्समेंट की ताकत उपभोक्ताओं के लिए हानिकारक साबित हो रही है.




