युवाओं को रक्तदान जैसे पुण्य के कार्य मेें बढ़-चढकऱ भाग लेना चाहिए : राजेश डुडेजा

भिवानी,(ब्यूरो): रक्तदान से बढकऱर ना तो कोई पुण्य है तथा ना ही कोई मानव धर्म। आपात स्थिति में जब अपने रक्त से किसी की जिंदगी बचती है तो उस व्यक्ति की कई पीढिय़ों के भावात्मक आशीर्वाद का पुण्य रक्तदाता को मिलता है। यह जानकारी देते हुए शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने बताया कि आज भिवानी के दो निजी अस्पताल में दाखिल मरीजों के लिए ब्लड की जरूरत पड़ी तो गर्भवती महिला मरीज के लिए बी पॉजटिव फ्रेश होल ब्लड की जरूरत होने रक्तदाता रमेश तिगड़ाना ,संदीप कुमार, प्रमोद कुमार व मंजीत सिंह को बुलाकर ब्लड डोनेट करवाया वही दूसरे बुखार से ग्रस्त मरीज के लिए प्लेटलेट्स की जरूरत होने पर भिवानी शहर से मुकुल कुमार, चिराग व दीपांशु को बुलाकर ब्लड डोनेट करवा दोनों मरीजों की जान बचाई । शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने कहा कि रक्त का दुनिया में कोई विकल्प नहीं है। मानव शरीर का रक्त ही दूसरों में खून की कमी को पूरा कर किसी का जीवन बचा सकता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने वाला व्यक्ति सिर्फ एक जान नहीं बचाता, बल्कि उससे जुड़े अनेक व्यक्तियों की जिंदगी में खुशी भरता है। इसीलिए प्रत्येक युवा को चाहिए कि वे बढ़-चढकऱ रक्तदान करें। इस अवसर पर डॉ मंदीप पंघाल, लेब टेक्नीशियन राहुल तंवर व संदीप व नरेंद्र पुनिया उपस्थित थे।