भिवानी। अब घरों की रसोई में भारी-भरकम गैस सिलिंडर उठाने का झंझट खत्म होने जा रहा है क्योंकि भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड की भारत गैस ने उपभोक्ताओं को आधे वजन वाला पारदर्शी फाइबर का कंपोजिट सिलिंडर उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। जहां पहले भरा हुआ लोहे का सिलिंडर लगभग 30 किलोग्राम का होता था वहीं अब 14 किलो की जगह 10 किलो गैस वाला लगभग 15 किलो वजन का यह नया सिलिंडर बाजार में उपलब्ध है।
वजन कम होने के कारण इसे लाना-ले जाना आसान हो गया है और फर्श पर निशान या फर्श टूटने जैसी समस्या भी समाप्त होगी। हल्का होने से अब बच्चे और बुजुर्ग भी इसे आसानी से उठा सकेंगे। भारत गैस द्वारा पेश किए गए इस आधुनिक कंपोजिट सिलिंडर को लेकर भिवानी में गैस एजेंसियों पर सिलिंडर स्वैपिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसके तहत पुराने लोहे के सिलिंडरों के बदले नए फाइबर सिलिंडर उपभोक्ताओं को दिए गए। भिवानी के गैस एजेंसी संचालक हंसराज ने बताया कि यह सिलिंडर वजन में हल्का होने के साथ-साथ सुरक्षा के लिहाज से भी पुराने मॉडल से कई गुना बेहतर है।
उन्होंने बताया कि यह नया सिलिंडर तीन-परत सुरक्षा तकनीक से तैयार किया गया है। सबसे अंदर हाई-डेंसिटी पॉलीइथाइलीन की परत बीच में फाइबरग्लास की लेयर और बाहरी हिस्सा मजबूत प्लास्टिक का बनाया गया है। इसकी खासियतों में हल्का वजन, गैस लेवल देखने की सुविधा, जंग न लगना, आकर्षक डिजाइन और विस्फोट न होने जैसी सुरक्षा विशेषताएं शामिल हैं। पुराने लोहे के सिलिंडर का खाली वजन ही लगभग 15–16 किलो होता था जबकि यह कंपोजिट सिलिंडर लगभग आधा वजन का है। वजन कम होने से घर की रसोई में इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान हो गया है और फर्श के खराब होने से भी बचाव होगा।
गैस खत्म होने का भी आसानी से चल जाएगा पता
हंसराज ने बताया कि उपभोक्ताओं को अक्सर शिकायत रहती थी कि सिलिंडर कब खत्म होगा इसका अंदाजा नहीं लग पाता। नए कंपोजिट सिलिंडर का एक हिस्सा पारदर्शी है जिससे रोशनी में देखकर गैस लेवल स्पष्ट दिखाई देता है। इससे अचानक गैस खत्म होने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से भी यह बदलाव अहम है। लोहे के सिलिंडर आग लगने पर फटने का खतरा रखते थे जबकि फाइबरग्लास और पॉलीमर से बना यह सिलिंडर आग लगने पर फटता नहीं, बल्कि धीरे-धीरे पिघलता है जो घर की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है।
दस किलो के विकल्प में भी कंपोजिट सिलिंडर उपलब्ध
हंसराज ने बताया कि यह कंपोजिट सिलिंडर 10 किलो गैस वाले विकल्प में उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक से बने होने के कारण इसकी सिक्योरिटी राशि सामान्य सिलिंडर की तुलना में थोड़ी अधिक है। 10 किलो वाले कंपोजिट सिलिंडर के लिए उपभोक्ताओं को लगभग 2500 रुपये सुरक्षा राशि जमा करनी होगी। वहीं जिन उपभोक्ताओं के पास पहले से लोहे वाला सिलिंडर है वे अपनी गैस एजेंसी में पुराने सिलिंडर को सरेंडर कर सकते हैं और 300 रुपये की सुरक्षा राशि देकर नया कंपोजिट सिलिंडर प्राप्त कर सकते हैं।