हरियाणा

बीआरसीएम में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

भारतीय ज्ञान परंपरा,वैज्ञानिक ग्रंथों के साथ श्रीमद् भगवत गीता का अध्ययन करें शोधार्थी: प्रो दीप्ति धर्माणी

भिवानी, (ब्यूरो): बीआरसीएम शिक्षण समिति बहल के जी.डी.सी. मेमोरियल महाविद्यालय द्वारा बुनियादी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में प्रगति विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ महेंद्र चौधरी सभागार में हुआ। सम्मेलन उच्च शिक्षा निदेशालय, हरियाणा एवं चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय द्वारा अनुमोदित है। कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि प्रो. दीप्ति धर्माणी कुलपति चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. एस.पी. खटकड़ एमेरिटस प्रोफेसर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक, डॉ. सुरेंद्र शर्मा उपाध्यक्ष जीडीसी महाविद्यालय, डॉ. सुरेंद्र कौशिक, डीन ऑफ कॉलेज सीबीएलयू, डॉ. एस. के. सिन्हा निदेशक बीआरसीएम शिक्षण समिति की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। डॉ. एस.के. सिन्हा ने सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत करते हुए उनके शैक्षणिक, अनुसंधान एवं सामाजिक योगदान का परिचय प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि प्रो. दीप्ति धर्माणी ने विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को भारतीय ज्ञान परंपरा, वैज्ञानिक ग्रंथों एवं श्रीमद्भगवद्गीता के अध्ययन हेतु प्रेरित किया। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारतीय योगदान को समझने और उस पर अनुसंधान करने पर विशेष बल दिया। प्रो. एस. पी. खटकड़ ने अपने संबोधन में कहा कि आज के युग में बुनियादी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवाचार अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए विकसित भारत अभियान में विज्ञान की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए जय जवान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान के उद्घोष के साथ अपनी बात समाप्त की। कार्यक्रम के संयोजक डॉ संजय गौड़ ने सम्मेलन की रूपरेखा और उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन सभी मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया। साथ ही, सभी मुख्य अतिथियों एवं विशिष्ट अतिथियों को शॉल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. सुरेंद्र शर्मा उपाध्यक्ष जीडीसी महाविद्यालय ने सभी प्रतिभागियों, अतिथियों, आयोजकों, शोधार्थियों, पत्रकारों एवं छायाकारों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मेलन बुनियादी विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवोन्मेष और प्रगति के मार्ग प्रशस्त करेगा। सम्मेलन में देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से आए 350 से अधिक शोधार्थियों एवं प्राध्यापकों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। इस अवसर पर बीआरसीएम समूह के सभी संस्थानों के प्रधानाचार्यगण एवं अनेक प्राध्यापकगण, डॉ. अनुज शर्मा प्राचार्य बीआरसीएम इंजीनियरिंग कॉलेज, डॉ. सुनील शुक्ला प्राचार्य बीआरसीएम लॉ कॉलेज, राजेश झाझरिया प्राचार्य बीआरसीएम ज्ञानकुंज स्कूल, संदीप टंडन प्राचार्य बीआरसीएम शिशुकुंज, डॉ. अनीता, डॉ. सुखेन्द्र, डॉ. संजय गौड़ आदि उपस्थित रहे।

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