हरियाणा

भाजपा की जनकल्याणकारी योजनाओं व पारदर्शिता के कारण तीसरी बार बनी केंद्र व राज्य में सरकार: मंत्री रणबीर गंगवा

भिवानी में कमला भवन के पास मुस्कान डेंटल हॉस्पिटल का किया शुभारंभ

भिवानी, (ब्यूरो): प्रदेश के लोक निर्माण एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा की भाजपा सरकार अनुसूचित जाति, पिछड़ी जाति के उत्थान व कल्याण के लिए कार्य कर रही है। गरीब लोगों के हित में अनेक योजनाएं लागू की है,जिससे उनको सीधा फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रजापति समाज मेहनतकश व ईमानदार लोगों का समाज है।  लोक निर्माण एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री गंगवा रविवार को भिवानी की पुरानी अनाज मंडी में प्रजापति समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने कैबिनेट मंत्री गंगवा को पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने क्रीमीलेयर की आय सीमा को बढ़ाया व बैकलॉग को भी पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है।  मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शपथ लेने से पहले ही 25000 युवाओं को नौकरियां दी हैं। भाजपा जो अपने संकल्प पत्र में लिखती है उसे पूरा करती है। उन्होंने डीएससी  समाज को भी आरक्षण दिया है व भाजपा में गरीब वर्ग का हक सुरक्षित है।  कार्यक्रम को माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष ईश्वरसिंह मालवाल, पिछड़ी जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष सतबीर वर्मा व ठेकेदार प्रधान धर्मवीर व नगर परिषद के अध्यक्ष भवानी प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया और अतिथियों का स्वागत किया।
इससे पूर्व कैबिनेट मंत्री ने भिवानी के कमला भवन के नजदीक मुस्कान डेंटल केयर यूनिट का फीता काटकर उद्घाटन भी किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज सरकार गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए तक आयुष्मान कार्ड द्वारा मुक्त इलाज करवा रही है। सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति बहुत गंभीर है। शून्य टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए पारदर्शिता के कारण राज्य में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनी है।
उन्होंने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने विश्व में भारत की साख को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की जनहित की नीतियों के कारण ही निश्चित तौर पर दिल्ली में भी भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के हालात बहुत खराब है और अब दिल्ली के लोग भाजपा की नीतियों में विश्वास करने लगे हैं और समझ भी चुके हैं।

Related Articles

Back to top button