पिता को मंत्री पद ना मिलने के बाद रामकुमार गौतम के बेटे ने छोड़ी राजनीति, पिछले महीने ज्वाइन की थी BJP
हरियाणा में नई सरकार का गठन हो गया है। नई सरकार में भाजपा विधायक रामकुमार गौतम की मंत्री बनने की आस थी, लेकिन टूट गई। उन्हें मंत्री पद नहीं मिला। अब पिता को मंत्री पद न मिलने के बाद बेटे रजत गौतम ने सोशल मीडिया पर पिता रामकुमार की फोटो के साथ पोस्ट करते हुए भाजपा को अलविदा कहते हुए राजनीति से ही सन्यास लेने का ऐलान कर दिया है।
सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर कहा कि सभी को बधाई। अपने पिता के भाग्य को देखते हुए मैंने तय कर लिया है कि यह राजनीति मेरे और मेरे पिता के लिए नहीं है क्योंकि हम भ्रष्ट, अपराधी या व्यवसायी नहीं हैं। अलविदा राजनीति। आपसे फिर कभी नहीं मिलूंगा। लेकिन अभी तक रामकुमार गौतम चुप्पी साधे हुए हैं।
बता दें कि नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम ने कुछ दिन पहले ही जेजेपी पार्टी से इस्तीफा दिया था। उसके बाद वह और उनके बेटे ने बीजेपी ज्वॉइन की। रामकुमार गौतम के दुष्यंत चौटाला से शुरू से ही मतभेद थे। रामकुमार गौतम ने कहा था कि उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को हराया था, लेकिन फिर भी उन्हें मंत्री पद नहीं मिला था। इससे वे नाराज हो गए थे और उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
जजपा को अलविदा कहने के बाद जींद में हुई जन आशीर्वाद रैली में खुद रामकुमार गौतम ने भी भाजपा का दामन थामा था, और इस दौरान दादा गौतम ने ही खुद मुख्यमंत्री से अपील करते हुए अपने बेटे को भी भाजपा में शामिल करने की बात कही थी।