ज्ञानवापी केस की सुनवाई कर चुके जज की हत्या की साजिश रच रहे हैं कट्टरपंथी, लखनऊ के एटीएस थाने में रिपोर्ट दर्ज
बरेली: ज्ञानवापी मामले की सुनवाई कर चुके अपर जिला जज रवि कुमार दिवाकर को काफिर ने घोषित कर इस्लामिक कट्टरपंथी उनकी हत्या का षडयंत्र रच रहे हैं। लखनऊ सेशन कोर्ट में एनआईए के स्पेशल जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने इस बारे में इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल, प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पत्र भेजा है। जज रवि कुमार दिवाकर अब बरेली सेशन कोर्ट में तैनात हैं।
एसआई प्रभाकर ओझा ने दर्ज कराई रिपोर्ट
जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी की ओर से बृहस्पतिवार को जिला जज के जरिए हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को यह पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि लखनऊ में एटीएस के थाना गोमतीनगर में एजेंसी की सूचना के आधार पर एसआई प्रभाकर ओझा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि भोपाल (एमपी) निवासी अदनान खान ‘@ बेस्ड डॉट खिलजी’नाम से इंस्टाग्राम अकाउंट चला रहा है। उसने इसी अकाउंट पर न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर की फोटो लगाकर पोस्ट किया है “दि काफिरस ब्लड इज हलाल फॉर यू, दोज हू फाइट अगेंस्ट योर दीन”।
जज की हत्या का षडयंत्र रच रहे कट्टरपंथी
इसके साथ जज के चेहरे पर आंखों के ऊपर लाल रंग से काफिर लिखा है। पत्र में कहा गया है कि इस पोस्ट को काफी लोगों ने देखा है जिसके जरिए अपनी विचारधारा से जुड़े लोगों को ज्ञानवापी मामले की सुनवाई करने वाले जज को मारने के लिए प्रेरित किया गया है। दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं को आहत करने के साथ राष्ट्र विरोधी कार्य भी किया जा रहा है। विवेचना में सामने आया है कि कट्टरपंथी जज की हत्या का षडयंत्र रच रहे है।