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ईरानी राष्ट्रपति के Helicopter Crash को लेकर उठे सवाल, ये हादसा या कोई साजिश ? एक नजर में जानें पूरा घटनाक्रम

ईरान के उत्तर-पश्चिम स्थित पहाड़ी क्षेत्र में खराब मौसम की वजह से हुए हेलीकॉप्टरक्रैश में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री सहित 9 लोगों

ईरान के उत्तर-पश्चिम स्थित पहाड़ी क्षेत्र में खराब मौसम की वजह से हुए हेलीकॉप्टरक्रैश में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री सहित 9 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद ईरान में दिन के शोक का ऐलान किया गया है। यह हादसा ऐसे समय हुआ है जब पश्चिम एशिया इजराइल-हमास युद्ध के कारण अशांत है। इस युद्ध के दौरान 63 वर्षीय रईसी ने सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के नेतृत्व में पिछले महीने इजराइल पर अभूतपूर्व तरीके से ड्रोन और मिसाइल से हमला किया था। रईसी के कार्यकाल के दौरान, ईरान ने करीब करीब हथियार-स्तर के यूरेनियम का संवर्धन किया। इसकी वजह से ईरान का पश्चिम के साथ तनाव और बढ़ गया क्योंकि तेहरान ने यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस को बम ले जाने वाले ड्रोन भी दिए और पूरे क्षेत्र में मिलिशिया समूहों को हथियारों से लैस किया।

इस तनाव के बीच हुए हादसे को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह सचमुच हादसा है या दुश्मन देश की कोई साजिश। भारतीय वायु सेना के अनुभवी पूर्व अधिकारी  एम. माथेश्वरन का मानना है कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना के पीछे कोई बड़ी  साजिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि “विभिन्न हत्या के प्रयासों में शामिल इजरायलियों के साथ गाजा में जो हो रहा है और अमेरिका द्वारा उन्हें लगातार  समर्थन दिए जाने और उनके द्वारा की गई विभिन्न हत्या गतिविधियों को देखते हुए हादसे के साजिश होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की यात्रा व्यवस्था की योजना बनाने में बरती गई सावधानियों को देखते हुए, इसकी संभावना नहीं है कि हेलीकॉप्टर कोहरे में खो गया हो।”

आइए नजर डालते हैं पूरे घटनाक्रम पर …

  •  19 मई को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहा हेलीकॉप्टर अचानक  अजरबैजान की सीमा के पास  क्रैश हो गया।
  • हादसा ईरान की राजधानी तेहरान से लगभग 600 किलोमीटर अजरबैजान की सीमा के पास उत्तर-पश्चिम में हुआ।
  • रईसी अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध के उद्घाटन के लिए जा रहे थे। यह तीसरा बांध है, जिसे दोनों देशों ने मिलकर अरास नदी पर बनाया है।
  • सवाल यह उठ रहे हैं कि अगर खराब मौसम की वजह से  खास  राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ तो इसके अलावा दो और हेलीकॉप्टर भी थे, जिन्हें किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
  • ईरानी मीडिया के मुताबिक, राष्ट्रपति रईसी के साथ जो लोग हेलीकॉप्टर में सवार थे, उनमें सैय्यद मोहम्मद-अली अल-हाशेम, तबरेज के जुमा व जमात और विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन  है।
  • हादसे की जानकारी मिलते ही  सेना और बचावकर्मियों की टीम को दुर्घटनास्थल पर भेजने का प्रयास किया गया। हालांकि, खराब मौसम के कारण बचाव दल  मुश्किल से  पहुंच पाया  है।
  • ईरान के आंतरिक मंत्री अहमद वाहिदी के मुताबिक, खराब मौसम और कोहरे की वजह से राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर की हार्ड लैंडिंग करनी पड़ी होगी। उन्होंने कहा कि मौसम की कठिन परिस्थितियों के कारण खोज एवं बचाव दल को दुर्घटनास्थल तक पहुंचने में समय लगा।
  • इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपति रायसी की हेलीकॉप्टर के संबंध में रिपोर्टों से अत्यधिक चिंतित हूं।
  • इस हादसे को लेकर अमेरिका भी नजर बनाए हुए है। राष्ट्रपति जो बाइडेन की प्रवक्ता कैरीन जीन-पियरे ने बताया कि ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर हादसे के बारे में प्रेसिडेंट को अवगत कराया गया है।
  • दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो जाने के कुछ घंटों बाद प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है।
  • सरकारी टीवी ने पूर्वी अजरबैजान प्रांत में हुए इस हादसे का कोई कारण अभी नहीं बताया है।
  • हादसे में रईसी के साथ जिन लोगों के शव मिले हैं, उनमें ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीराब्दुल्लाहियन (60) भी शामिल हैं।
  • रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री अमीराब्दुल्लाहियन, ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर एवं अन्य अधिकारी और अंगरक्षक भी यात्रा कर रहे थे।
  • तुर्किये के प्राधिकारियों ने सोमवार की सुबह ड्रोन से ली एक फुटेज जारी की जिसमें जंगल में आग लगी दिखायी दी। उन्होंने इसके ‘‘हेलीकॉप्टर का मलबा होने का संदेह” जताया। उन्होंने एक दुर्गम पहाड़ी पर अजरबैजान-ईरान सीमा से करीब 20 किलोमीटर दक्षिण में यह आग लगी होने की जानकारी दी।
  • आईआरएनए द्वारा सोमवार को सुबह जारी फुटेज में दुर्घटनास्थल को एक हरित पर्वतीय क्षेत्र में एक दुर्गम घाटी बताया गया। स्थानीय अजेरी भाषा में सैनिकों को यह बोलते सुना गया, ‘‘यह वही है, हमने इसे ढूंढ लिया है।” ईरान द्वारा रईसी के निधन की पुष्टि किए जाने के बाद कि दुर्घटना में कोई भी जीवित नहीं बचा है, पड़ोसियों और सहयोगियों की ओर से शोक संदेश आने शुरू हो गए।
  • तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयप एर्दोआन ने भी रईसी के निधन पर शोक जताया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हवाले से क्रेमलिन द्वारा जारी बयान में रईसी को ‘रूस का सच्चा मित्र’ बताया गया है।
  • इससे पहले रविवार रात को खामेनेई ने लोगों से दुआएं करने का आग्रह किया था और जोर देकर कहा कि ईरान सरकार का कामकाज प्रभावित नहीं होगा।
  • रईसी की मृत्यु के बाद, अब तक केवल एक ही व्यक्ति के बारे में माना जा रहा है कि वह शीर्ष नेतृत्व संभाल सकते हैं और वह है सर्वोच्च नेता के 55 वर्षीय पुत्र मोजतबा खामेनेई। हालांकि, कुछ ने आशंका जताई है क्योंकि 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद केवल परिवार के केवल तीन लोगों ने ही इस पद को ग्रहण किया है।
  • रईसी ने 2021 में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था। उस दौरान ईरान के इतिहास में अब तक का सबसे कम मतदान हुआ था। अमेरिका ने ईरान-इराक युद्ध के अंत में 1988 में हजारों राजनीतिक कैदियों की सामूहिक फांसी में शामिल होने के कारण रईसी पर प्रतिबंध लगा दिया था।
  • रईसी दूसरे राष्ट्रपति हैं जिनकी मौत इस पद पर रहते हुई है। इससे पहले 1981 में राष्ट्रपति मोहम्मद अली राजाई की बम धमाके में मौत हो गई थी।

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