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देश को एक करने चले पेजेश्कियान… खामेनेई के दुश्मनों से करेंगे बात

इजराइल के साथ चले 12 दिनों की लड़ाई के बाद ईरान लगातार देश में मौजूद जासूसों की तलाश कर रहा है और उन्हें गिरफ्तार कर रहा है. ईरान में इजराइल एक बहुत बड़ा खुफिया जाल है, जिसको रोकना ईरान के लिए बेहद मुश्किल है. इजराइल के लिए जासूस नेटवर्क बनाने में ईरान शासन के विरोधी, विपक्ष के लोग अहम भूमिका निभाते हैं. अब पेजेश्कियान इन्हीं लोगों से सुलह करने की फिराक में हैं.

ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने कहा है कि देश की सरकार विपक्षी नेताओं से बात करने के लिए तैयार है. इसकी शुरुआती जानकारी से लग रहा है कि ईरान विदेश में मौजूद ईरान के विपक्षी नेताओं से बात करने जा रही है. सरकार की इस पहल के बाद सोशल मीडिया पर ईरानी नागरिकों की ओर से कई प्रतिक्रियाएं आई है. जिसमें लोगों ने कहा है कि पेजेश्कियान को सबसे पहले ईरान की जेलों में बंद विपक्षी नेताओं से बात करनी चाहिए.

सबको साथ लेना चाह रहे हैं पेजेश्कियान

मंगलवार को ईरान में सुधारवादी राजनेताओं के साथ एक बैठक में राष्ट्रपति पेजेकियन ने कहा, “आज हम निष्पक्षता और न्याय के आधार पर विपक्ष के साथ भी बात करने के लिए तैयार हैं, क्योंकि देश की समस्याओं को हल करने के लिए टकराव की नहीं, बल्कि बातचीत की आवश्यकता है.”

बयान पर आई प्रतिक्रियाएं

पेजेकियन के बयानों पर ज्यादातर प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर आई हैं. कुछ यूजर्स ने कहा है कि ज्यादातर विपक्षी या असंतुष्ट ईरान के बाहर नहीं, बल्कि देश के अंदर और जेल में हैं और सरकार उनके साथ बातचीत शुरू कर सकती है.

ईरान के एक एक्टिविस्ट सईद शरियाती ने लिखा कि पेजेकियन के बयान उनके आत्मविश्वास का प्रतीक हैं. लेकिन ज्यादा दूर मत जाइए. सबसे नेक, लोकप्रिय और सबसे करीबी विपक्षी नेता इंजीनियर मीर हुसैन मुसावी, आपसे बस एक गली की दूरी पर हैं. शॉर्टकट लें और उनसे मिलने जाएं.”

नजर बंद हैं, इंजीनियर मीर

इस्लामी गणराज्य की वर्तमान स्थिति के सबसे प्रसिद्ध विरोधियों में से एक मीर हुसैन मुसावी, जिन्होंने वर्तमान ईरानी सरकार को उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से संविधान में परिवर्तन करने और संविधान सभा बनाने के लिए दो बार जनमत संग्रह कराने का प्रस्ताव रखा था, फरवरी 2010 से अपनी पत्नी जहरा रहनावार्ड के साथ नजरबंद हैं.

एकजुट हो जाएगा ईरान

ईरान के बड़ी संख्या में विरोधी और आलोचक हाल ही में या तो जेल में हैं या निलंबित कारावास की सजा का सामना कर रहे हैं. ऐसे में ईरानी सरकार का ये कदम ईरान को एकजुट कर सकता है और लगातार बाहरी आक्रमणों का सामने कर रहे ईरान को अंदर से मजबूत कर सकता है

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