किशनगंज में ओवैसी का बयान चर्चा में, बोले– बिहार के 17% अल्पसंख्यक क्या सिर्फ दरी ही बिछाएंगे?

बिहार के किशनगंज में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी पर जमकर निशाना साधा. ओवैसी ने कहा कि तेजस्वी यादव के बगल में बैठे वीआईपी पार्टी के मुकेश भाई को अपने समुदाय के इतिहास पर पूरा भरोसा है. उन्होंने घोषणा की कि मल्ला समुदाय तेजस्वी के साथ है. ओवैसी ने कहा कि मल्ला समुदाय बिहार की आबादी का 3 फीसदी है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा उन्होंने (मुकेश सहनी) घोषणा की कि अगर उन्हें सत्ता मिली, तो वे उप-मुख्यमंत्री बनेंगे. अगर एक मल्ला का बेटा उप-मुख्यमंत्री बनेगा, तो बिहार का 17% अल्पसंख्यक समुदाय क्या करेगा? क्या वे सिर्फ दरी बिछाने के लिए हैं. अगर एक मल्ला का बेटा उप-मुख्यमंत्री बन सकता है, तो मोहम्मद का बेटा भी प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बन सकता है. ओवैसी ने कहा हमें अपने लक्ष्य हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता.
32 सीटों पर चुनाव लड़ रही AIMIM
ओवैसी की पार्टी ने बिहार में थर्ड फ्रंट बनाया है. AIMIM चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी और स्वामी प्रसाद मौर्य की अपनी जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव के मैदान में उतरी है. ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस यानी जीडीए के साथ गठबंधन में AIMIM करीब 32 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि आजाद समाज पार्टी 25 और अपनी जनता पार्टी 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
दरअसल, बिहार में यह तीसरा प्रमुख गठबंधन है, जो NDA और महागठबंधन के अलावा अलग से मैदान में है. ओवैसी की पार्टी ने पहले आरजेडी के साथ गठबंधन की कोशिश की थी, लेकिन असफल रहने के बाद यह थर्ड फ्रंट बनाया. AIMIM का पूरा फोकस अपने 25 सीमांचल के क्षेत्रों जैसे किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, अररिया पर है. बिहार में चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे. नतीजे 14 नवंबर को आएंगे. 2020 के चुनाव में AIMIM ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा और पांच सीटें जीतकर सफलता हासिल की थी.




