फर्जी तलाशी के बहाने एडवोकेट के घर में घुसे, फिर…एटा में दरोगा सहित तीन पुलिसकर्मियों पर डकैती की FIR

उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. एटा जिले से सामने आए एक सनसनीखेज मामले में अदालत के आदेश पर तीन पुलिसकर्मियों समेत चार नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ कोतवाली नगर थाने में डकैती की रिपोर्ट दर्ज की गई है. आरोप एक अधिवक्ता ने लगाए हैं. एडवोकेट का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने फर्जी तलाशी के बहाने उनके घर से नकदी और जेवरात लूट लिए.
उस समय घर पर अधिवक्ता के पिता शैलेंद्र कुमार और मां मौजूद थीं. आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बिना किसी पूर्व सूचना या वैध कागजात के जबरन घर में घुसने की कोशिश की. माता-पिता द्वारा विरोध करने और कारण पूछने पर दरोगा मनेंद्र सिंह ने बताया कि किसी अपराधी की लोकेशन इस घर में मिली है, इसलिए तलाशी ली जा रही है. इसके बाद पुलिसकर्मी घर में घुस गए और तलाशी शुरू कर दी.
57,523 रुपये नकद निकाल लिए
अधिवक्ता का आरोप है कि जब कोई संदिग्ध नहीं मिला तो पुलिसकर्मियों ने अलमारी की चाबी ले ली और उसमें रखे 57,523 रुपये नकद निकाल लिए. इसके अलावा दो तोले की सोने की चेन, 10 ग्राम की सोने की अंगूठी और करीब 2.25 तोले का सोने का कड़ा भी जबरन उठा लिया गया। माता-पिता द्वारा विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने गाली-गलौज की, घर का कीमती सामान तोड़ा और धमकी देते हुए मौके से चले गए.
एडवोकेट ने कोर्ट की शरण ली
घटना के बाद अधिवक्ता अमित पचौरी ने न्यायालय की शरण ली. अदालत के आदेश पर अब कोतवाली नगर थाने में तीन पुलिसकर्मियों समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ डकैती सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. यह घटना एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है.




