पराली जलाने पर रोकथाम के लिए कड़ी निगरानी करें अधिकारी: डीसी

भिवानी, (ब्यूरो): केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के चेयरमैन राजेश वर्मा की अध्यक्षता में वायु प्रदूषण को रोकने और पर्यावरण को बचाने के लिए व धान की पराली न जलाने को लेकर वीसी के माध्यम से प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों व कृषि विभाग, पंचायत विभाग के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने कृषि विभाग व अन्य संबंधित विभागों को पराली प्रबंधन और धान की पराली नहीं जलाने को लेकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। वहीं डीसी साहिल गुप्ता ने बताया कि जिले में करीब 71000 एकड़ में धान की बिजाई है और पराली जलाने पर प्रतिबंध लगाने को लेकर जिला स्तर, उपमंडल स्तर और ग्राम स्तर पर टीमों का गठन किया गया है। गांव स्तर पर 100 किसानों के ऊपर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा पराली प्रबंधन को लेकर जागरूकता टीम में बनाई गई हैं, जो गांवों में जाकर किसानों को पराली नहीं जलाने के प्रति जागरूक कर रहीं हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस राजस्व पंचायत और कृषि विभाग की संयुक्त रूप से उड़ान दस्ता में गठित की गई हैं। हरसेक द्वारा सेटेलाइट से फसल अवशेष जलाए जाने की निगरानी की जा रही है, यदि कोई फसल अवशेष जलाता है तो उसकी लोकेशन तुरंत प्रभाव से कृषि विभाग और जिला प्रशासन के पास में आ जाएगी। कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष पदम के लिए कृषि उपकरणों पर विभाग द्वारा विभाग द्वारा 50त्न अनुदान दिया जाता है। वहीं अनुसंधान डीसी ने कृषि विभाग और पंचायत विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पूरी निगरानी करें ताकि जिले में पराली जलाने की कोई घटना ना हो।