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बेटे वैभव के लिए जनता से बोले पूर्व CM गहलोत- मैंने अपना बेटा आपको सौंप दिया, उसे मौका दो

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बेटे वैभव गहलोत की जीत के लिए प्रचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं जो कांग्रेस के टिकट पर राजस्थान के जालोर-सिरोही निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्रियों सहित दो जिले जालोर और सिरोही के पार्टी नेता, अशोक गहलोत के विश्वासपात्र और उनके परिवार के सदस्य वैभव गहलोत के लिए धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। अशोक गहलोत के बेटे 2019 का लोकसभा चुनाव जोधपुर निर्वाचन क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के हाथों हार गए थे।

मैंने अपना बेटा आपको सौंप दिया
पार्टी के एक नेता ने कहा कि चूंकि यह उनके बेटे के भविष्य का सवाल है, इसलिए अशोक गहलोत जोखिम नहीं लेना चाहते और उन्होंने अपने बेटे के प्रचार के लिए पार्टी के लगभग सभी दिग्गजों को साथ ले लिया है। नामांकन दाखिल करने के दिन अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता गहलोत ने भी वैभव गहलोत की पत्नी और बेटी के साथ मंच पर नजर आईं। अशोक गहलोत ने दर्शकों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा, “हम दोनों यहां हैं। हमने अपना बेटा आपको सौंप दिया है। अब यह आप पर निर्भर है… मैं चाहता हूं कि आप उसे एक मौका दें।”

मैंने सभी समुदायों का पालन-पोषण किया
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं आपको वचन देता हूं कि उनके दरवाजे आपके लिए चौबीसों घंटे खुले रहेंगे। आप निराश नहीं होंगे। हम निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों के समाधान के लिए यहां एक पूरी तरह से समर्पित इकाई भी स्थापित करेंगे।” उन्होंने कहा, “एक ‘माली’ का काम बगीचे की देखभाल करना है। मैंने हमेशा सभी 36 कौम (समुदायों) का पालन-पोषण किया है।” वैभव गहलोत के लिए राजपूत समुदाय का समर्थन पाने के वास्ते गहलोत पार्टी के जोधपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार करण सिंह उचियारड़ा को नामांकन रैली में अपने साथ लाए।

वैभव गहलोत को बाहरी बताया
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, सचिन पायलट के वफादार उचियारड़ा को जोधपुर में इस धारणा के चलते मैदान में उतारा गया है कि वैभव गहलोत को राजपूत समुदाय से समर्थन मिलेगा। अशोक गहलोत पार्टी के उन नेताओं की बगावत को दबाने की भी पुरजोर कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने वैभव गहलोत को बाहरी बताया है। कांग्रेस नेता लाल सिंह राठौड़ जालोर-सिरोही निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार होने का दावा कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार के रूप में उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया।

गहलोत पूर्व मंत्री के साथ प्रचार कर रहे
राठौड़ ने वैभव गहलोत को मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले का विरोध किया। नाम वापस लेने के आखिरी दिन सोमवार को राठौड़ को आखिरकार अशोक गहलोत ने अपना नामांकन वापस लेने के लिए मना लिया। अशोक गहलोत कैबिनेट के पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, रघु शर्मा, शाले मोहम्मद और सुखराम बिश्नोई वैभव गहलोत के लिए प्रचार कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री के विश्वासपात्र जैसे धर्मेंद्र सिंह राठौड़, संयम लोढ़ा और विपक्ष के नेता टीकाराम जूली के साथ-साथ पार्टी के सिरोही प्रभारी पुखराज पाराशर निर्वाचन क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं और रणनीति तैयार कर रहे हैं।

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