हरियाणा

बच्चों की सिजेरियन के लिए अब नहीं जाना पङेगा निजी अस्पतालों में-

सीएमओ व एसडीएम ने संयुक्त रूप से दिया सिजेरियन डिलीवरी के बाद जन्म प्रमाण पत्र-

तोशाम(वीरेन्द्र): जिला का प्रथम फस्र्ट रैफरल यूनिट तोशाम में शुरू कर दिया गया है। वीरवार को तोशाम की कोमल पत्नी सावन के नवजात लङके सहित दो बच्चों का जन्म हुआ। वहीं अब तक तीन बच्चों की डिलीवरी हो चुकी है। वीरवार को नवजात बच्चे की माता को सीएमओ डॉ रघुवीर सिंह शांडिल्य व एसडी एम डॉ अशवीर सिंह नैन ने संयुक्त रूप से सिजेरियन डिलीवरी के बाद जन्म प्रमाण पत्र व डाइट कीट सौंपी।
सीएमओ डॉ रघुवीर सिंह शांडिल्य ने बताया कि तोशाम नागरिक अस्पताल में फस्र्ट रेफरल यूनिट की सुविधाएं शुरू कर दी गई हैं। इनमें सिजेरियन डिलीवरी के लिए अब निजी अस्पतालों में नहीं जाना पङेगा। तोशाम विधान सभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री आरती राव और कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी के कुशल मार्गदर्शन में तोशाम क्षेत्र के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अब निजी अस्पतालों का रूख नहीं करना पड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग ने कस्बे के नागरिक अस्पताल को फस्र्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) का दर्जा दे दिया है। क्षेत्र के करीबन 50 गांवों के करीब चार लाख लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। एफआरयू का दर्जा मिलने से नागरिक अस्पताल में विभिन्न चिकित्सीय विभागों में डॉक्टर नियुक्त किए जाएंगे। वहीं स्थाई नियुक्ति न होने तक कॉन्ट्रेक्ट पर चिकित्सक रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ विशेषज्ञ चिकित्सक की स्थाई नियुक्ति है, बाकी विशेषज्ञ चिकित्सक की स्थायी नियुक्ति नहीं होने तक कॉन्ट्रेक्ट पर नियुक्ति की गई है। सिजेरियन डिलीवरी के लिए ओटी तैयार कर दी गई है। अस्पताल में डिलीवरी संख्या बढ़ाने के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। सिजेरियन डिलीवरी के लिए अब क्षेत्र के लोगों को पैसे खर्च करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा।
अस्पताल में विभिन्न विभागों में विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाएगी। इनमें मेडिसिन, गायनी, ऑर्थो, ऑर्थो सर्जन, एनिथिसीया (बेहोशी), बाल रोग विशेषज्ञ और सर्जन की नियुक्ति होगी।
सिविल सर्जन ने आगे बताया कि एफआरयू का दर्जा मिलने पर सिजेरियन डिलीवरी की सुविधा रहेगी। जिसका आमजन को बड़ा लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में सिजेरियन डिलीवरी के लिए 30-35 हजार तक रूपये खर्च करने पड़ते हैं। जबकि यहां यह सुविधा लगभग फ्री में रहेगी। ऐसे में आमजन को काफी राहत मिलेगी। सिविल सर्जन शांडिल्य ने बताया कि अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट भी शुरू की जाएगी। इससे क्षेत्र के मरीजों को लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर डॉ दीपक, डॉ औजस्वनी, डॉ शैलजा, डॉ विकास, डॉ दिव्या सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
एफआरयू का दर्जा दिए जाने से क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा: डा.नैन एसडीएम डॉ अशवीर सिंह नैन ने कहा कि एफआरयू का दर्जा दिए जाने से क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। एसडीएम ने कहा कि सिंचाई और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी के प्रयासों से स्वास्थ्य क्षेत्र में आमजन को काफी सुविधाएं मिलने जा रही हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीजों को राहत देने के लिए उपमंडल अस्पताल तोशाम को एफआरयू बनाया है। अस्पताल में अब नियमानुसार डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। अस्पताल में विशेषज्ञ आने पर मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर नहीं करना पड़ेगा। वहीं ब्लड स्टोरेज यूनिट चालू होने पर गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों को रक्त की कमी के चलते दूसरे अस्पतालों का रूख नहीं करना पड़ेगा। ब्लड स्टोरेज यूनिट के लिए अस्पताल प्रशासन ने प्रक्रिया चला रखी है। ब्लड स्टोरेज यूनिट में हर समय प्रत्येक ग्रुप का ब्लड उपलब्ध रहेगा। किसी दुर्घटना या अन्य कारणों से चोटिल मरीज आने पर प्राथमिक उपचार के बाद रेफर करना पड़ता था। रेफर होने वालों में गर्भवती महिला भी शामिल हैं। उपमंडल नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या बढऩे पर मरीजों को रेफर करने की आवश्यकता नहीं रहेगी। विशेषज्ञों की नियुक्ति होने पर इन मरीजों रेफर करने के स्थान पर नागरिक अस्पताल में ही उपचार किया जाएगा। वहीं एफआरयू बनाने पर अब विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति होगी। एसडीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि निजी अस्पतालों में डिलीवरी के लिए पैसे खर्च करने की बजाए सरकारी अस्पताल की बेहतर सुविधाओं का लाभ उठाएं।

 

 

 

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