इस दुनिया में एक भी वस्तु हमारी नहीं है: कंवर साहेब महाराज
भिवानी, (ब्यूरो): संतमत गुरु का मत है।गुरु का मत परमात्मा की और ले कर जाता है।जन्म मरण से मुक्ति की और लेकर जाता है।गुरु नाम ज्ञान का है।गुरु दुनियादारी के डर से निकाल कर आपको भक्ति मार्गी बनाकर निर्भय करता है।यह सत्संग वचन परमसंत सतगुरु कंवर साहेब महाराज ने दिनोद गांव में स्थित राधास्वामी आश्रम में फरमाए।हुजूर कंवर साहेब ने फरमाया कि इस दुनिया में एक भी वस्तु हमारी नहीं है क्योंकि दुनिया से जाते वक्त एक भी वस्तु हमारे साथ नहीं जाती।साथ जाता है तो केवल प्रभु भक्ति में बिताया आपका समय,परमात्मा का नाम।इस जीवन का कोई भरोसा नहीं है।किसी को नहीं पता कि ये कब और कहां समाप्त हो जाए।इसलिए हमेशा मौत से डरते रहो।यही डर आपको निर्भय बनाएगा।हुजूर महाराज ने कहा कि संग्रह करो तो सुकर्मो का करो,गुरु भक्ति का। करो, परमात्मा की इबादत का करो।उन्होंने कहा कि अपने सामथ्र्य को पहचानो।भक्ति, परोपकार और परमार्थ हमारे सामथ्र्य की पहुंच में हैं फिर हम इसको क्यों नहीं कमाते।इंसान सत्य से दूर होता जा रहा है क्योंकि पूर्ण सतगुरु को नहीं खोज पा रहा।किसी सच्चे संत की खोज करके उनकी शरणाई लो।उनकी रजा और मौज में रहो।जब हमें ऐसे महापुरुष की शरण मिल जाती है तब हमारा मन भी अंकुश में आता है।गुरु महाराज ने कहा कि गुरु की मौज में रहने वालो को कभी कोई कष्ट नहीं उठाना पड़ता।मनमुखता नुकसान देती है और गुरुमुख्ता कल्याण करती है।हुजूर कंवर साहेब ने फरमाया कि आज धर्म की दुकानें खुली हुई है।जो खुद डूबा हुआ है वो आपको डूबने से कैसे बचा सकता है।




