कभी भूलकर भी आसपास न रखें ये 4 वस्तुएं, नहीं तो गुस्सा हो जाएंगे लड्डू गोपाल
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर देशभर में उत्साह देखने को मिल रहा है. लोग इस त्योहार को मनाने की तैयारी में लगे हुए हैं. इस बार 26 अगस्त 2024 को जन्माष्टमी मनाई जा रही है. घरों में लोग लड्डू गोपाल की साज-सजावट में व्यस्त हैं. लड्डू गोपाल कृष्ण का बाल रूप हैं और घरों में लोग बड़े लाड-प्यार से लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं. घर में लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना करने के भी कुछ नियम हैं जिनका पालन करना जरूरी है. कभी भी अगर आपने अपने घर में लड्डू गोपाल को स्थापित किया है तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. बता रहे हैं ऐसी ही कुछ नियम जिन्हें इस बार आप बाल गोपल की पूजा के वक्त इस्तेमाल में ला सकते हैं. इससे लाभ में वृद्धि होगी.
आसपास न रखें ये समान
अगर आप लड्डू गोपाल को अपने घर में रखते हैं तो उस कमरे का विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है. कमरा साफ-सुथरा होना जरूरी है साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि जहां पर लड्डू गोपाल को रखा गया है उसके आस-पास कोई भी ऐसी वस्तु नहीं रखनी चाहिए जिससे लड्डू गोपाल को क्रोध आ जाए. कभी भी पुराने-गंदे वस्त्र और टूटी मूर्तियों को उस जगह पर नहीं रखना चाहिए और अगर रखा है तो हटा देना चाहिए. वहीं लड्डू गोपाल को अगर आप भोग लगाते हैं तो उसकी थाली को भी वहां से कुछ देर के अंदर हटा देना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि भोग लगाने के बाद थाली जूठी हो जाती है और जूठी जीजों को ज्यादा देर के लिए कृष्ण लला के आस-पास रखने से बचना चाहिए.
क्या भोग लगाएं और क्या नहीं
कृष्ण भगवान को बहुत सारी चीजें भोग में लगाई जाती हैं. लोग तो बिस्कुट, चॉकलेट और नमकीन जैसी चीजों का भोग भी लड्डू गोपाल को लगाते हैं. इसमें कोई गलत नहीं है. ऐसा किया जा सकता है. लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है कि जो चीजें आप कृष्ण भगवान को भोग में लगा रहे हैं वो साफ-सुथरी और सात्विक होनी चाहिए. वैसे कृष्ण लला को आप दूध की बनी चीजें अगर भोग में लगाएं तो इसका बहुत लाभ मिलता है. इसके अलावा हलुवा और मिठाई भी भोग में चढ़ाई जा सकती है.
क्या है जन्माष्टमी की तिथि
2024 में 26 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. इस दिन अष्टमी तिथि का प्रारंभ सुबह 3 बजकर 39 मिनट पर होगा और इसका समापन 27 अगस्त की रात 2 बजकर 19 मिनट पर होगा. रोहिणी नक्षत्र की बात करें तो इसकी शुरुआत दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर होगी और इसका समापन 17 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 38 मिनट पर होगा.