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नेट पेपर सॉल्वर गिरोह गिरफ्तार, स्वास्थ्य विभाग और सेना के युवक शामिल

गोहाना: मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षा पास कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह गोहाना की नरवाल कबड्डी अकादमी में 37 अभ्यर्थियों को नकली प्रश्नपत्र से परीक्षा की तैयारी करा रहा था।

गिरोह के सदस्य रोहतक के गांव करौथा निवासी नीरज और सचिन को गिरफ्तार किया गया है। नीरज दिल्ली स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है और सचिन सेना से जुड़े बारूद भंडार में टीमेट है।

एसीपी गोहाना राहुल देव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरोह नकली प्रश्नपत्रों के सहारे नेट अभ्यर्थियों से ठगी का प्रयास कर रहा था। प्रत्येक अभ्यर्थी से तीन से चार लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। इस मामले में एसआई कर्मबीर ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

आरोप था कि गिरोह ने 37 अभ्यर्थियों को 17 दिसंबर को पानीपत के इसराना क्षेत्र में एनसी कॉलेज के पास बुलाया। यहां से उन्हें टेंपो ट्रैवलर में बैठाकर गांव चिड़ाना स्थित बंद पड़े रयात बाहरा इंस्टीट्यूट की इमारत में लाया गया। यहांनरवाल कबड्डी अकादमी संचालित की जा रही है। अभ्यर्थियों को बताया गया कि प्रश्नपत्र पहले ही दे दिया जाएगा।

नीरज के भाई ने मोबाइल फोन पर भेजे थे प्रश्नपत्र

जांच में सामने आया है कि नीरज के भाई धीरज ने मोबाइल पर प्रश्नपत्र भेजे थे। इन प्रश्न पत्रों की प्रतियां अभ्यर्थियों को बांटी गई। इनमें 16 अभ्यर्थियों को केमिस्ट्री और 21 अभ्यर्थियों को लाइफ साइंस विषय के ए और बी सेट दिए गए थे। इन्हीं फर्जी प्रश्नपत्रों के आधार पर अभ्यर्थी परीक्षा की तैयारी में जुटे थे। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते को फर्जी प्रश्नपत्रों के साथ एक लैपटॉप, प्रिंटर और कई मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।

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