विद्यार्थियों की मानसिकता ही नहीं कौशल का भी विकास करेगी एनईपी : मनीष सिंघानिया
लंबे अंतराल के बाद जरूरत अनुसार देश को मिली शिक्षा नीति
भिवानी, (ब्यूरो): हांसी गेट पर स्थित सेठ किरोड़ीमल चैरिटी ट्रस्ट रायपुर द्वारा संचालित किरोड़ीमल शिक्षण महाविद्यालय में बुधवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 संभावनाएं एवं चुनौतियों पर एक संपादित पुस्तक का विमोचन संस्था के महासचिव एवं ट्रस्टी मनीष कुमार सिंघानिया के नेतृत्व में कार्यकारिणी समिति के वरिष्ठ सदस्य जितेंद्र कुमार गोयल, पवन कुमार शर्मा, प्राचार्य डा. राजीव कुमार, डा. महाबीर सिंह एसोसिएट प्रोफेसर, दिवाकर वशिष्ठ एसोसिएट प्रोफेसर, डा. यतिन गोयल असिस्टेंट प्रोफेसर ने किया। इस पुस्तक में उतर भारत के भिन्न-2 महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों एवं राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के प्रोफेसर एवं पदाधिकारियों के शोध पत्रों को शामिल किया गया है। इन शोध पत्रों में एनईपी-2020 पर विभिन्न दृष्टिकोण से प्रकाश डाला गया है। विमोचन के समय संस्था के महासचिव एवं ट्रस्टी मनीष कुमार सिंघानिया ने कहा की एक लंबें अंतराल के बाद भारत को एक नई शिक्षा पद्धति मिली है, जिसकी देश को अत्यंत जरूरत थी। उन्होंने कहा कि ये शिक्षा नीति केवल विद्यार्थियों का मानसिक विकास ही नही करेगी, अपितु उनका कौशल विकास कर सफल नागरिक में भी बदलेगी जो भविष्य में देश के सभी क्षेत्रों में अपना सफल योगदान दे सकेगें। कार्यकारिणी समिति के वरिष्ठ सदस्य जितेन्द्र कुमार गोयल ने कहा कि अब विद्यार्थी अपनी इच्छा से भी विषय चुन सकते है, जो इस शिक्षा नीति के लचीलेपन को दर्शाती है। यह पुस्तक विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को भविष्य में किये जाने वाले शोध पत्रों के लिए एक अनिवार्य भूमिका प्रस्तुत करने में सफल रहेगी। महाविद्यालय के प्राचार्य डा. राजीव कुमार, डा. महाबीर सिंह, दिवाकर वशिष्ठ, डा. यतिन गोयल ने महासचिव एवं ट्रस्टी मनीष कुमार सिंघानिया के नेतृत्व में जितेन्द्र कुमार गोयल वरिष्ठ सदस्य कार्यकारिणी समिति का धन्यवाद किया।




