भिवानी। सर्दी के मौसम में लोग प्यास बुझाने के लिए पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन कम कर रहे हैं। इसके चलते लोगों में यूरिन संक्रमण (पेशाब में संक्रमण), गुर्दे की पथरी और पेशाब में जलन जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
पंडित नेकीराम शर्मा राजकीय मेडिकल कॉलेज के ओपीडी विभाग में प्रतिदिन औसतन 150 मरीज पथरी और यूरिन संक्रमण की शिकायत लेकर आते हैं जिनमें महिला मरीजों की संख्या अधिक रहती है। चिकित्सकों का कहना है कि सर्दियों में पानी कम पीने की आदत इस संक्रमण की संभावना बढ़ा देती है। यूरिन संक्रमण पूरे यूरिन सिस्टम को प्रभावित करता है जिसमें किडनी, मूत्रवाहिनी, मूत्राशय और मूत्र मार्ग शामिल हैं।
संक्रमण की वजह से पेशाब आना बंद हो सकता है और गुर्दे में स्टोन (पत्थरी) बन सकती है जो आगे जाकर यूरिन संक्रमण का कारण बनती है। इससे पेशाब करते समय जलन और दर्द की शिकायत होती है। चिकित्सक मरीजों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दे रहे हैं ताकि मूत्र मार्ग में कोई बाधा न आए।
यूरिन संक्रमण के लक्षण
पेशाब करते समय जलन, पेट के निचले हिस्से में दर्द, कमर दर्द, बदबूदार पेशाब, ठंड लगना, बुखार आना।
कारण
पानी कम पीना, पेशाब रोक कर रखना, कमजोर इम्यून सिस्टम, सर्जरी या लंबे समय तक बिस्तर पर आराम करना।
कम पानी पीने से बढ़ीं मरीजों की परेशानियां
रात को अचानक पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द हुआ। गांव में चिकित्सक से इंजेक्शन लगवा लिया थोड़ी राहत मिली लेकिन सुबह फिर से दर्द बढ़ गया। मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए आई हूं।
गुर्दे में पहले से पथरी थी लेकिन परेशानी नहीं थी। पिछले एक सप्ताह से हल्का दर्द शुरू हो गया। डॉक्टर से जांच करवाने आया हूं।
कल रात चावल खाने के बाद सोया था लेकिन रात में पेट में दर्द हुआ। घर पर गैस की दवा खाई और थोड़ी राहत मिली। सुबह दर्द बढ़ गया, नजदीकी डॉक्टर को बुलाया और इंजेक्शन लगवाया। अब जांच के लिए मेडिकल कॉलेज आई हूं।
पिछले कुछ दिन से पेशाब में जलन और रंग बदलने की शिकायत है। डॉक्टर ने पेशाब की जांच के लिए बोला है। ऑफिस में दिनभर काम करने के कारण प्यास कम लगती है और पानी कम पीया जा रहा है।
सर्दी में पानी कम पीने की वजह से यूरिन संक्रमण बनने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी पूरी हो और संक्रमण से बचाव हो सके।