एनसीसी कैडेट्स को मिला अग्निवीर भर्ती व एनसीसी कैरियर का मार्गदर्शन:कर्नल संदीप
बहल,(अजीत सिंगल): 11 हरियाणा बटालियन एनसीसी भिवानी के तत्वावधान में बीआरसीएम विद्याग्राम बहल में चल रहे दस दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर के छठे दिन एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर चरखी दादरी आर्मी रिक्रूटिंग ऑफिस के कर्नल संदीप मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल थॉमस कुट्टी एन.सी. ने मुख्य अतिथि कर्नल संदीप का अभिनंदन स्मृति चिह्न व पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। इसके उपरांत एनसीसी कैडेट्स द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया गया, जिससे सम्पूर्ण परिसर राष्ट्रभक्ति के उल्लास से गूंज उठा।कर्नल संदीप ने अपने प्रेरणादायक व्याख्यान में कैडेट्स को भारतीय सशस्त्र बलों थलसेना, नौसेना और वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनसीसी प्रशिक्षण के माध्यम से कैडेट्स में अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता जैसे गुण विकसित होते हैं, जो उन्हें राष्ट्रसेवा के मार्ग पर अग्रसर करते हैं।उन्होंने विशेष रूप से ‘सी सर्टिफिकेट’ धारक कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रमाणपत्र गौरव का प्रतीक होने के साथ-साथ भर्ती में विशेष वरीयता प्रदान करता है। उन्होंने डायरेक्ट एंट्री स्कीम और अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के सभी चरणों पंजीकरण, शारीरिक मापदंड, चिकित्सा परीक्षण और लिखित परीक्षा की जानकारी सरल और प्रभावी ढंग से साझा की। व्याख्यान के दौरान कर्नल संदीप ने कैडेट्स से सामान्य ज्ञान व सैन्य विषयों पर प्रश्नोत्तर भी किए। सही उत्तर देने वाले कैडेट्स को उन्होंने डायरी और नोटबुक भेंट कर प्रोत्साहित किया। समापन पर कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल थॉमस कुट्टी एन.सी. ने कर्नल संदीप का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे प्रेरक सत्र न केवल जानकारी का माध्यम होते हैं, बल्कि कैडेट्स में देशभक्ति, आत्मविश्वास और जिम्मेदारी की भावना को भी सशक्त बनाते हैं। इस अवसर पर सुबेदार मेजर अशोक सिंह, सुबेदार सुरेन्द्र सिंह, नायब सुबेदार लोकेश कुमार, नायब सुबेदार हरीराम, बी.एच.एम. अशोक कुमार, हवलदार पंकज सिंह सेना पदक विजेता, हवलदार गुरजंत सिंह, हवलदार अमित कुमार, ई.एस.एम. दिलबाग सिंह, ई.एस.एम. ओमप्रकाश सिंह, सुमन पवार, अनीता गौड़, पंकज, कुमेश, आरिफ, मंदीप, अरुण एवं गुरजंत सहित समस्त स्टाफ का अनुशासन, समयपालन व समर्पण विशेष रूप से सराहनीय रहा।




