हरियाणा

बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी लंबित मांगों को लेकर आंदोलन को  करेंगे तेज:  शर्मिला देवी

भिवानी 10 अगस्त प्रदेश के बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी सरकार द्वारा जियो फेसिंग लोकेशन आधारित उपस्थिति लगाने के गैर कानूनी आदेश  को वापिस लेने सहित अपनी लम्बित मांगो को लेकर आंदोलन को तेज करेगे। यह जानकारी देते हुए आज यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एशो0 की राज्य प्रधान शर्मिला देवी , महासचिव सहदेव आर्य, वित्त सचिव धर्मवीर उपप्रधान सुदेश रानी ने बताया कि जिस तरह कल महानिदेशक डा कुलदीप सिंह ने राज्य के सभी सिविल सर्जन को जियो फेसिंग लोकेशन आधारित उपस्थिति लगाने के लिए केवल महिला एम.पी.एच.डब्लू. को बाध्य करने वाला पत्र जारी किया है उससे प्रदेश के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों में भारी रोष है। उन्होने बताया कि कुछ अधिकारी आये दिन कर्मचारियों के प्रति शोषण के तरीके अपना रहे है जबकि कर्मचारी पहले ही व्यपात समस्या से दो चार होकर संघर्ष करने को मजबूर है। कोरोना काल में अपनी जान पर खेल कर लोगों की जान बचाने वाले बहुउद्देश्यीय कर्मचारियों पर जहां कुछ अधिकारी अपने निजी स्वार्थ के लिए सरकार व कर्मचारियों में टकराव पैदा करने के लिए निजता हनन करने वाली गैर कानूनी व अपने निजी मोबाइल से लोकेशन आधारित हाजरी व्यवस्था थोपने का काम कर रहे है वही पर उनको कार्यक्रमों को ऑनलाइन करने के लिए इन्टरनेट युक्त मोबाइल सिम , लैपटॉप आदि उपलब्ध करवाने में आना कानी कर रहे। जबकि स्वास्थ्य कर्मी पहले ही बायोमेट्रिक से हाजरी लगा रहे है।यह स्वास्थ्य विभाग अधिकारी कर्मचारी तालमेल कमेटी व बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एशो0 के आंदोलन को कमजोर करने का विफल प्रयास है। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि नये नोरम के नाम पर राज्य के शहरी क्षेत्रों में बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों के पदों को समाप्त करने के निर्णय के विरोध में तथा एन.एच.एम. के अन्तर्गत कार्यरत महिला एम.पी.एच.डब्लू. को नियमित कर्मचारी की भांति 4200 ग्रेड पे देने सहित अपनी लंबित मांगों को लागू करवाने तथा  अन्य वर्गों के कर्मचारियो की भाति एम0पी.0एच0डब्लू0 काडर के पदानाम बदलने, पदोन्नति व कंफर्म सूची जारी करने, रिक्त पदों पर नियमित भर्ती करने, राज्य में आबादी के अनुसार नये पद सृजित करने, पदोन्नत पदों के वेतनमान संशोधित करने सहित लंबित मांगों को लेकर आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया गया। उन्होने बताया कि आन्दोलन के तहत  11 अगस्त से स्वास्थ्य कर्मी जिला स्तर पर कन्वैन्शन करके राज्य के सतापक्ष एव विपक्ष के सभी सांसदों व विधायकों को  ज्ञापन देगे। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि 11 अगस्त को जिला हिसार व नारनौल में, 23 अगस्त को रोहतक व पलवल, 30 अगस्त को भिवानी व पानीपत, 6  सितंबर  को  जीन्द व अम्बाला , 13 सितंबर को झज्जर व सिरसा, 20 सितंबर को कैथल व फरीदाबाद, 27 सितंबर को करनाल व चरखी दादरी, 4 अक्तूबर को रेवाडी व पंचकूला , 11 अक्तूबर को कुरूक्षेत्र व यमुनानगर, तथा 18 अक्तूबर को सोनीपत व फतेहबाद  25 अक्तूबर को मेवात व गुरुग्राम मे जिला स्तरीय कन्वेंशन करके विधायकों व सांसदों को ज्ञापन दिये जायेगे । उन्होने सरकार को आगाह किया कि यदि फिर भी एशो0 कीे मागो पर अमल नहीं हुआ तो आगामी आंदोलन को की घोषणा की जायेगी। कर्मचारी नेताओं नेे बताया कि 2019 मे एम.पी.एच.डब्लू. को ग्रेड 4200 ग्रेड करने के बावजूद एन.एच.एम. तथा पी0जी.आई रोहतक के अन्तर्गत कार्यरत  एम.पी.एच.डब्लू. को नियमित कर्मचारी की भांति आज तक 4200 ग्रेड पे नही दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गत 8 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी वर्गों के अधिकारी व कर्मचारी तालमेल कमेटी के तहत प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव से मिले थे । स्वास्थ्य मंत्री से मिले ठोस आश्वासन के बावजूद अभी तक जियो फेसिंग लोकेशन आधारित उपस्थिति लगाने के गैर कानूनी आदेश को अधिकरियो द्वारा वापिस लेने की बजाय अनावश्यक आदेश पारित किये जा रहे है।

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