मां! मुझे लोकेट नहीं लोरी चाहिए थी…कलयुगी मां ने 2 महीने के बेटे को ऐसे उतारा मौत के घाट

रोहतक : ये कैसी मां जिसने अपने कलेजे के टुकड़े को ही मार दिया। जिस मां ने उस मासूम को 9 माह अपनी कोख में रखा उसने ही उसकी जान ले ली। जी हां हम बात हैं हरियाणा के महम के गांव अजायब की। जहां दो माह के जैविक का हत्यारा कोई ओर नहीं बल्कि खुद उसकी मां ही निकली। पुलिस के मुताबिक झारखंड की रहने वाली मां प्रियंका ने अजायब निवासी मोहित के साथ शादी की थी।
बता दें कि गांव अजायब में 27 मई को दो महीने की जैविक की पानी के टब में डूबोकर हत्या कर दी गई थी। जबिक उसकी मां प्रियंका की तबीयत बिगड़ने पर उसे पीजीआई में भर्ती करवाया गया था। प्रियंका ने पुलिस को कहानी सुनाई थी कि एक महिला म़ुंह पर कपड़ा बांधकर उनके घर में घुसी और उसे धक्का देकर उसके बेटे को टब में डूबोकर मार दिया। मगर प्रियंका को पीजीआई से छुट्टी मिलने पुलिस की पूछताछ में पूरी कहानी की रचियता प्रियंका खुद ही निकली।
पुलिस ने मां प्रियंका से सख्ती से पूछताछ की तो पूरे मामला का राज उगल दिया। मां प्रियंका ने कहा कि उसका अपने बेटे की हत्या करने का कोई मकसद नहीं था। उसने पति मोहित से बेटे के लिए सोने का ओम बनवाने को कहा था। लेकिन उसने ये कहते हुए मना कर दिया कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं। इसके बाद मोहित काम पर चला गया। इस बात से प्रियंका को इतना गुस्सा आया कि वह चारपाई पर सो रहे बेटे को उठाकर आंगन में ले आई। जहां पहले से एक ड्रम में पानी भर रखा था। यहां पहुंचने पर पहले उसने बेटे को गले लगाया फिर माथा चूमा… प्यार किया। इसके बाद उसे ड्रम के पानी में डाल दिया। इस दौरान दो माह के जैविक ने हाथ और पैर भी चलाए। उसने 15 मिनट तक उसे पानी में ही दबाए रखा। जब उसके हाथ पैर चलना बंद हो गए।