भारत में 5% बढ़ा मोबाइल फोन शिपमेंट, Apple ने टॉप-5 ब्रांड्स में बनाई मजबूत जगह

जुलाई से सितंबर तक का महीना इंडियन स्मार्टफोन मार्केट के लिए काफी जबरदस्त रहा क्योंकि 2025 की तीसरी तिमाही में भारत में स्मार्टफोन शिपमेंट में साल-दर-साल के हिसाब से 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. Counterpoint Research की रिपोर्ट में केवल स्मार्टफोन शिपमेंट के बारे में ही नहीं बल्कि ये भी बताया गया है कि यह क्वार्टर एपल के लिए भी जबरदस्त रहा है. ऐपल वॉल्यूम के मामले में टॉप 5 स्मार्टफोन ब्रैंड्स की लिस्ट में शामिल हो गया है और कंपनी का मार्केट शेयर पिछले साल इसी तिमाही में 7 फीसदी था जो अब बढ़कर 9 फीसदी हो गया है.
भारत में स्मार्टफोन शिपमेंट में 30000 रुपए से अधिक कीमत वाले प्रीमियम स्मार्टफोन की मांग ने अहम भूमिका निभाई है. 2025 की तीसरी तिमाही में वेल्यू के हिसाब से ऐपल और सैमसंग की थोक बाजार में हिस्सेदारी सबसे अधिक रही है. काउंटरपॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, देश में स्मार्टफोन शिपमेंट में 2025 की तीसरी तिमाही में वॉल्यूम के हिसाब से 5 प्रतिशत और वेल्यू के हिसाब से 18 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. त्योहारी सीज़न के दौरान मजबूत बिक्री और 30,000 रुपए से अधिक कीमत वाले प्रीमियम स्मार्टफोन की मांग से भारतीय स्मार्टफोन बाजार को बूस्ट मिला है.
भारत में हाई-एंड हैंडसेट्स (फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स) की शिपमेंट में साल-दर-साल सबसे तेज वृद्धि दर्ज की गई जो 2024 की तीसरी तिमाही से 29 प्रतिशत सालाना वृद्धि को दर्शाता है. यह मुख्य रूप से Apple और Samsung के फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स की मजबूत मांग के कारण हुआ है. कम ब्याज दर और इजी ईएमआई ऑप्शन्स ने ग्राहकों को स्मार्टफोन अपग्रेड करने में मदद की है. इसके अलावा, कंपनी ने भी पुराने मॉडलों पर बंपर डिस्काउंट देकर ग्राहकों को लुभाने की पूरी कोशिश की है.
किस कंपनी के पास कितनी हिस्सेदारी?
- मूल्य के आधार पर Apple के पास कथित तौर पर 28 प्रतिशत थोक बाजार हिस्सेदारी है.
- दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung की थोक बाजार में हिस्सेदारी लगभग 23 फीसदी है.
- वीवो का सब ब्रैंड iQOO, 2025 की तीसरी तिमाही में वॉल्यूम के हिसाब से सबसे तेजी से बढ़ने वाला ब्रांड रहा. इस ब्रैंड के मार्केट शेयर में 54 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.
- आईकू को छोड़कर वॉल्यूम के मामले में Vivo का मार्केट शेयर 20 फीसदी रहा है.
- Motorola की जी और एज सीरीज की मजबूत मांग के कारण शिपमेंट में 53 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है.




