नीली बत्ती वाली कार में नहीं चढ़े मंत्री असीम अरुण, कमिश्नर को लेटर लिख कहा- इसका कटे चालान

उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण अपने वाराणसी दौरे के दौरान भड़क गए. सोमवार को जब असीम अरुण वाराणसी दौरे पर गए तो प्रोटोकॉल के तहत उन्हें नीली लाइट वाली गाड़ी उपलब्ध करवाई गई जिसे देखकर योगी सरकार के मंत्री ने नाराजगी जताई.
असीम अरुण ने अनधिकृत नीली बत्ती की गाड़ी का इस्तेमाल करने से मना कर दिया. यही नहीं असीम अरुण ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी और अनुशासन की मिसाल देते हुए इसपर उचित कार्यवाई की मांग भी की है. अधिकारियों की तरफ से जानकारी दी गई कि यूपी सरकार में मंत्री और पूर्व आईपीएस अधिकारी ने बिना अनुमति के गाड़ी में नीली लाइट लगी होने की वजह से उसके इस्तेमाल से इनकार कर दिया.
अनधिकृत नीली बत्ती की गाड़ी के इस्तेमाल से किया मना
असीम अरुण ने वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल को इस मामले में पत्र लिखकर कहा कि, गाड़ी बिना अनुमति के नीली लाइट का उपयेग कर रही थी. अरुण ने लिखा, “आपसे निवेदन है कि मुझे सूचित किया जाए कि 30 जून को मेरे वाराणसी आगमन के मौके पर मेरे उपयोग के लिए जो गाड़ी उपलब्ध कराई गई थी, उस पर अनधिकृत रूप से नीली बत्ती लगी हुई थी. जिसे देखते हुए मैंने उस गाड़ी का इस्तेमाल करना उचित नहीं समझा. इसके साथ ही उन्होंने गाड़ी की डिटेल के साथ उसका एक फोटो भी अटैच किया और इस गाड़ी का नियमों का उल्लंघन करते हुए अनधिकृत बत्ती के उपयोग के लिए चालान जारी किए जाने की बात कही.
सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र कुमार शास्त्री की 94वीं जयंती के उपलक्ष्य में भुल्लनपुर स्थित कबीर इंटर कॉलेज मैदान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास समिति की तरफ से अनुसूचित जाति एवं जनजाति स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता अरुण शामिल होने गए थे. इसके साथ ही उन्होनें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक बैठक में भी हिस्सा लिया