दूसरी बार टली जिला परिषद चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक, जानें वजट
जींद जिला परिषद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक बुलाई गई। लेकिन आज लगातार दूसरी बार उपायुक्त के अस्वस्थ होने के कारण रद्द कर दी गई। बैठक रद्द होने की सूचना 12 बजे के बाद जिला परिषद पहुंची।
2 दिसंबर को डीसी को अविश्वास प्रस्ताव देने के बाद सभी 18 पार्षद चंडीगढ़ में सीएम से मिलकर आए थे। जिला पार्षदों ने डीसी को अपने हलफनामे भी सौंपे थे। प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पार्षदों के सीएम से मिलने के बाद इस प्रस्ताव पर 13 दिसंबर को मीटिंग बुलाई गई थी, लेकिन डीसी मोहम्मद इमरान रजा के छुट्टी पर चले जाने के कारण मीटिंग नहीं हो सकी थी।
चेयरपर्सन गुट की तरफ से दावा किया गया था कि विरोधी गुट के पास अविश्वास प्रस्ताव पास करवाने के लिए आवश्यक समर्थन नहीं था, इसलिए उन्होंने मीटिंग स्थगित करवाई गई। उसके बाद दोबारा मीटिंग बुलाने में अब सवा माह से ज्यादा समय लगा था। लेकिन अचानक उपायुक्त के एक बार फिर छुट्टी चले जाने के कारण बैठक रद्द कर दी गई। जिला परिषद चेयरपर्सन के खिलाफ बागी गुट का नेतृत्व वाइस चेयरमैन कर रहे हैं।
हमारे पास पूर्ण बहुमत: मनीषा
जिला परिषद चेयरपर्सन मनीषा रंधावा ने अपने कार्यालय में बैठक रद्द होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बैठक रद्द होने की सूचना दी और बहुमत का दावा किया। मनीषा रंधावा ने कहा कि उनके पास पूर्ण बहुमत है। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के कारण सामान्य बैठक नहीं हो पाने के चलते 5 करोड रुपए से ज्यादा के विकास कार्य लटक रहे हैं।