पाकिस्तान का ‘फेल्ड मार्शल’ जनरल मुनीर, शहबाज ने 15 नाकामियों का दिया इनाम

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल मुनीर को शहबाज शरीफ की सरकार ने भारत के हाथों मिली शिकस्त का इनाम दिया है. उन्होंने फील्ड मार्शल बनाया गया है. पाकिस्तान के इतिहास में वह इस पद पर पहुंचने वाले दूसरे शख्स हैं. इससे पहले जनरल अयूब खान ने खुद को फील्ड मार्शल के पद पर प्रमोट किया था. जनरल मुनीर तो बनाए गए हैं फील्ड मार्शल, लेकिन उन्हें फेल्ड मार्शल कहा जाए तो गलत नहीं होगा, क्योंकि उनके सेना प्रमुख रहते पाकिस्तान की पूरी दुनिया में किरकिरी ही हुई है. उसे हर मोर्च पर मात मिली है.
पाकिस्तान को सबसे ताजा घाव भारत ने दिया है. 6-7 मई की रात से 10 मई तक भारत की सेना ने पाकिस्तान की ऐसी धुनाई की कि वो अर्से तक उसे याद रहेगा. मुनीर की पाकिस्तान सेना मुंह छिपाने के लिए जगह खोज रही थी. भारत की पिटाई से मुनीर इतने खौफ में आ गए थे कि जान बचाने के लिए उन्होंने बंकर में शरण ली.
नेता से लेकर जनता तक त्रस्त
शहबाज शरीफ का मुनीर पर भरोसा बढ़ना पाकिस्तान के और बुरे दौर के शुरू होने की ओर इशारा करता है, क्योंकि मुनीर के साथ इतनी नाकामियां जुड़ी हैं कि वहां के नेता से लेकर आम जनता तक त्रस्त है. वैसे फेल्ड मार्शल के नाम पर कई नाकामियां लेकिन हम उनकी 15 नाकामियों के बारे में बताते हैं.
मुनीर को 15 नाकामियों का मिला इनाम
- सबसे पहले तो ये बता दें कि जनरल मुनीर भले ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख हैं, लेकिन वह आधिकारिक मिलिट्री अकादमी से नहीं निकले हैं. कहा जाता है कि उन्होंने 20 लेफ्टिनेंट जनरल के करियर को खत्म किया. दरअसल, मुनीर पाकिस्तान की पढ़ाई-लिखाई मदरसे में हुई है और वह वहां से निकले पहले पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष हैं.
- मुनीर के बैचमेट उनको द डीसीवर (धोखेबाज) के नाम से बुलाते हैं.
- बलूचिस्तान, वजीरस्तान, सिंध और पीओके जैसे क्षेत्रों में मुनीर की सेना ने आम लोगों को निशाना बनाया. उनपर जुल्म किए गए. यही वजह है कि बलूचिस्तान, वजीरस्तान जैसे क्षेत्रों में लोग सड़क पर सेना के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं.
- मुनीर के कार्यकाल में BLA ने मच शहर पर कब्जा किया
- जफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला हुआ. अटैक के बाद मुनीर कुछ भी नहीं कर पाए. बस देखते रहे. एक्शन के नाम पर जीरो रहे.
- वर्दी को राष्ट्र की सेवा के बजाय धर्म की सेवा के बराबर बताकर इसे कलंकित किया.
- भारत से मिली हार. 4 दिन तक चले हिंदुस्तान से तनाव में पाकिस्तान की सेना की खूब पिटाई हुई. भारत ने घुसकर पाकिस्तान पर हमला किया. उसके 11 एयरबेस को तबाह किया.
- जान बचाने के लिए मुनीर बंकर में छिप गए थे.
- मुनीर शहबाज से ज्यादा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बात को मानते हैं. वो उनके इशारे पर ही काम करते हैं.
- उनके सेना प्रमुख रहते भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 ठिकानों पर हमला किया.
- भारत ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को पैरलाइज्ड किया.
- भारत की कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकी और कई सैनिक मारे गए.
- 4 दिन में 2 बार भारत ने पाकिस्तान में घुसकर कार्रवाई की. पहला एक्शन आतंकी पर हुआ और दूसरा एक्शन पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हुआ.
- भारत से धुनाई के बाद पाकिस्तान ने शांति की भीख मांगी. पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO से बात की.
- असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करना सम्मान नहीं, बल्कि चेतावनी है. यह चेतावनी है कि पाकिस्तान की सेना ने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है.