अनेक संगठनों ने वृद्ध सम्मान दिवस के रूप में मनाई पूर्व मंत्री पंडित संत राम शर्मा की पुण्य तिथि
हिमाचल के लोगों के लिए जनकल्याणरी योजनाएं लागू की थी पंडित जी ने: कौशिक

भिवानी, (ब्यूरो): जीवन ज्योति फाउंडेशन व म्हारी संस्कृति म्हारा स्वाभिमान, एक विचार एक सोच मंच द्वारा संयुक्त रूप से हिमाचल प्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष रहे व पूर्व मंत्री स्व.पंडित संत राम शर्मा की 27वीं पुण्य तिथि सोमवार को वृद्ध सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर यहां चौधरी बंसीलाल पार्क में एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें वृद्धों का माल्र्यापण कर व शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया है । कार्यक्रम में पौधारोपण भी किया गया। इस अवसर पर समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में म्हारी संस्कृति म्हारा स्वाभिमान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान कौशिक रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ नागरिक संगठन के अध्यक्ष एवं बीके धर्मबीर सिंह नागर ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में जीवन ज्योति फाउंडेशन के अध्यक्ष सोमवीर शर्मा रहे। इस अवसर पर हनुमान कौशिक ने कहा कि पंडित संत राम शर्मा हिमाचल प्रदेश के कद्दावर नेता रहे हैं। वीरभद्र सिंह के बेहद करीबी रहे पंडित संत राम को प्रदेशभर की जनता पंडित जी के नाम से जानती थी। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में पंडित संत राम का प्रभाव इस बात से समझा जा सकता है कि 30 जून, 1998 को उनके निधन के वक्त मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह ने कहा था कि संत राम का निधन ऐसा है, जैसे उनके शरीर से बाजू का अलग हो जाना। वीरभद्र सिंह जब भी किसी परेशानी में फंसा करते थे, तो पंडित संत राम ही उन्हें बाहर निकाला करते थे। पंडित संत राम की गिनती वीरभद्र सिंह के सिपहसालारों में अव्वल पर होती थी। साल 1944 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए पंडित संतराम ने 54 साल तक सक्रिय राजनीति की। पंडित जी हिमालच प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे। इसके अलावा छह बार विधायक निवार्चित हुए और मंत्रीमंडल में चार बार अहम मंत्रालय की जिम्मेवारी संभाली। सादगी की मूर्ति पंडित जी गांधीवादी नेता थे, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान हर वर्ग की भलाई के लिए अनेक योजनाएं लागू की। महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बैजनाथ में कालेज का निर्माण करवाया। आज उनके पदचिन्हों पर चलते हुए उनके सुपुत्र सुधीर शर्मा हिमाचल प्रदेश की राजनीति में अपना अहम स्थान रखते हैं। वे पांचवी बार विधायक निर्वाचित हुए हें। इस अवसर पर बीके धर्मबीर सिंह नागर ने कहा कि आज पंडित जी की पुण्यतिथि वृद्ध सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई है। इस अवसर पर वृद्धों को माल्र्यापण कर व शॉल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया गया है जोकि बहुत ही नेक व पुण्य का कार्य है। उन्होंने कहा कि वर्तमान भौतिकवाद व आपाधापी के इस युग में वृद्धों का सम्मान करने का जो कार्य संगठनों द्वारा किया गया है। वह बहुत ही सराहनीय तथा प्रेरणादायक है। जीवन ज्योति फाउंडेशन के अध्यक्ष सोमवीर शर्मा ने कहा कि पंडित संत राम न केवल जिला कांगड़ा के नेता थे, बल्कि पूरे प्रदेश की राजनीति पर उनका वर्चस्व था। यह बात और कोई नहीं बल्कि खुद हिमाचल प्रदेश की राजनीति में राजा के नाम से मशहूर वीरभद्र सिंह भी कहा करते थे। इस अवसर पर शेखर शर्मा, नत्थुराम सैनी, रामकुमार प्रजापत, रामजीलाल जेई, हरिराम, संजू, अजय पंडित, बनवारीलाल लखेरा, रणसिंह, विजय, प्रेम शर्मा, प्रेम मारोठिया, मुकेश मेहरा, दीपक खुंडिया, कमल कांगड़ा समेत अनेक लोगों ने पंडित जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।