बिहार

मुजफ्फरपुर: NDA कार्यकर्ता सम्मेलन में JDU और LJP समर्थकों में हाथापाई, कुर्सियां चलीं, कई घायल

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल बनी हुई है. राजनीतिक दल अपने-अपने समीकरण सेट करने में लगे हैं. राज्य में सत्तारुढ़ एनडीए इन दिनों कई जिलों में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहा है. लेकिन सम्मेलन लगातार विवादों में बना हुआ है. अब मुजफ्फरपुर में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में भी बवाल हो गया. सम्मेलन के दौरान जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नेता प्रभात किरण और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) की पूर्व प्रत्याशी कोमल सिंह के समर्थक आपस में भिड़ गए. दोनों ओर से जमकर हाथापाई हुई और कई कुर्सियों को तोड़ दिया गया.

मुजफ्फरपुर के गायघाट प्रखंड स्थित जारंग हाई स्कूल में आज गुरुवार को एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जा रहा था, लेकिन इस बीच वहां पर हंगामा हो गया. बैठक के दौरान ही एनडीए के 2 सहयोगी दलों के समर्थक आपस में भिड़ गए. जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता प्रभात किरण और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) की पूर्व प्रत्याशी कोमल सिंह के समर्थक आपस में उलझ गए. प्रभात किरण जेडीयू के पूर्व विधायक महेश्वर यादव के बेटे हैं.

हाथापाई के बाद फेंकी गईं कुर्सियां

विवाद हाथापाई तक पहुंच गया. दोनों ओर से जमकर हाथापाई की गई. यही नहीं दोनों तरफ के समर्थकों ने वहां रखी कुर्सियों को एक-दूसरे पर फेंकना शुरू कर दिया. इस वजह से कई कुर्सियां टूट भी गईं. हिंसक झड़प में कम से कम 12 लोगों के घायल हो गए.

बताया जा रहा है कि एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में उस समय हंगामा मच गया जब एक नेता द्वारा मंच से अपशब्द कह दिया गया, इससे वहां पर मौजूद कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां पहले फेंकनी शुरू की फिर उस पर ही अपनी भड़ास निकालते हुए तोड़नी शुरू कर दी, जिससे कार्यकर्ता सम्मेलन स्थल पर अफरा-तफरी मच गई.

हंगामे के बाद स्कूल परिसर से भागने लगे लोग

इस घटना के बाद कार्यकर्ता सम्मेलन में मौजूद कार्यकर्ताओं ने “बाहरी भगाओ, गायघाट बचाओ” के नारे लगाने लग गए, जिसके बाद वहां पर तनावपूर्ण माहौल बन गया. आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां तोड़नी शुरू कर दीं. कुर्सियों से हमला करने की वजह से लोग स्कूल परिसर से बाहर भागने लगे.

हालात बिगड़ते देख मौके पर तैनात पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की. साथ ही मंच पर मौजूद नेता भी कार्यकर्ताओं को शांत कराने की कोशिश करते दिखे, लेकिन नारेबाजी जारी रही और इस वजह से सम्मेलन अस्त-व्यस्त हो गया.

पहले भी NDA सम्मेलन में हो चुका है हंगामा

हालांकि यह पहली बार नहीं है जब एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में हंगामा हुआ है. इससे पहले 21 सितंबर को दरभंगा जिले के अलीनगर विधानसभा के सकतपुर बुनियाद विद्यालय रही टोल मछैता में कार्यकर्ता सम्मेलन में हंगामा हो गया था. यहां पर हंगामा बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष विनय पासवान पर जेडीयू के कार्यकर्ताओं की अनदेखी की वजह से हुआ था. इससे पहले जमुई में भी कार्यकर्ता सम्मेलन में हंगामा हो गया. मंच पर ही मंत्री औऱ पूर्व एमएलसी आपस में उलझ गए.

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