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घर पर बनाएं दादी-नानी की रेसिपी वाला आम का अचार, रखें इन बातों का खास ख्याल

खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए चटनी और अचार जैसी चीजें खाई जाती है. इसमें आम का अचार ज्यादातर लोगों की पसंद होता है. लोग अलग-अलग तरह से आम का अचार बनाते हैं. कच्चे आम से बना ये आचार बहुत ही स्वादिष्ट होता है. पहले के समय की बात करें तो उस समय ज्यादातर आम का अचार घर पर ही डाला जाता था, लेकिन अब लोगों के पास इतना समय नहीं है इसलिए वह बाजार से बना आचार लाते हैं.

वहीं कुछ लोग सिर्फ घर पर बना आम का अचार खाना ही पसंद करते हैं. जिसके लिए वह घर पर अचार बनाने का प्रयास तो करते हैं, लेकिन सही से आचार डल नहीं पाता है. कभी वह जल्दी खराब हो जाता है, तो कभी कच्चा रह जाता है. इसलिए अगर आप भी घर पर आम का अचार डालने जा रही हैं, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

सही किस्म के कच्चे आम का चयन अचार के लिए सही किस्म के आम का चयन करना बहुत जरूरी है. हमेशा सख्त, कच्चे, बिना रेशे और बिना दाग वाले आमों का ही इस्तेमाल करना चाहिए. ‘राजा’, ‘डसहरी’, ‘तोतापुरी’, या ‘सरौली’ जैसी किस्मों के आम के अचार के लिए सही माना जाता है. ध्यान रखें कि आम पूरी तरह से कच्चे हों और उन पर कोई दाग या कमी न हो, वरना अचार जल्दी खराब हो सकता है.

आम को धोने और सुखाने का सही तरीका

इसके साथ ही आम को अच्छी तरह से धो लें और उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. इसके बाद इन टुकड़ों को साफ कपड़े से पोंछ कर कम से कम 5 से 6 घंटे या फिर रातभर पंखे के नीचे सुखाने के लिए रख दें. इसके अलावा धूप में भी इसे सूखने के लिए रख सकते हैं. आम में नमी बिल्कुल नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये अचार के सड़ने का कारण बन सकता है. आम गीले रह गए हैं, तो उसमें फफूंदी भी लग सकती है. इसके साथ ही साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दें.

मसालों की क्वालिटी और क्वांटिटी

अचार का स्वाद उसे बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए मसालों पर भी निर्भर करता है. साबुत और ताजे मसालों का इस्तेमाल करें जैसे मेथी दाना, सौंफ, राई, हल्दी, लाल मिर्च, हींग, आदि. पहले इन सभी मसालों को हल्का भूनकर दरदरा पीस लें, जिससे अचार का स्वाद और खुशबू दोनों बढ़ जाएंगे. ज्यादा तीखा या ज्यादा नमक अचार का स्वाद खराब कर सकते हैं. इसलिए मसालों को सीमित मात्रा में डालें.

सही तेल

अचार को बनाने के लिए सही तेल का उपयोग करना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह न सिर्फ स्वाद बढ़ाने बल्कि अचार को लंबे समय तक सही रखने के लिए भी जरूरी होता है. आम तौर पर सरसों का तेल ही सबसे सही माना जाता है.

धूप में रखना जरूरी है

अचार डालने के बाद उसे कम से कम 10 से 15 दिन तक रोजाना धूप में रखना बहुत जरूरी होता है. इससे मसाले आम में अच्छे से घुल जाते हैं और अचार का स्वाद सही बना रहता है. इसके अलावा इसमें मौजूद नमी भी कम हो जाती है. साथ ही स्टील, चीनी मिट्टी या कांच का जार (बर्नी) अचार को स्टोर करने के लिए सबसे बेहतर होता है. धूप में रखते समय अचार को रोजाना चम्मच की मदद से हिलाते रहें ताकि मसाले और तेल बराबर मिलते रहें.

नमी से दूर

अचार बन जाने के बाद भी उसे नमी की संपर्क में नहीं आना चाहिए. जब भी अचार निकालें, सूखा और साफ चम्मच का ही इस्तेमाल करें. गीले या गंदे हाथों से अचार निकालने से उसमें फफूंदी या सड़न लग सकती है. अचार की बर्नी को हमेशा ढककर रखें और इसे बन जाने के बाद सीधे धूप की संपर्क में आने से बचाएं.

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