पंडित राम प्रसाद बिस्मिल क्रान्तिकारी धारा के प्रमुख सेनानी थे: महेन्द्र पाल यादव

भिवानी, (ब्यूरो): पंडित राम प्रसाद बिस्मिल भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की क्रान्तिकारी धारा के एक प्रमुख सेनानी थे। यह बात स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण संगठन के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र पाल यादव ने पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि पंडित राम प्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर शहर के खिरनीबाग मुहल्ले में मुरलीधर व मूलमती के घर जन्म हुआ। वे अपने माता-पिता की दूसरी सन्तान थे। उन्होंने बताया कि सन् 1916 में 19 वर्ष की आयु में क्रान्तिकारी मार्ग में कदम रखा था। 11 वर्ष के क्रान्तिकारी जीवन में उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं और स्वयं ही उन्हें प्रकाशित किया। उन पुस्तकों को बेचकर जो पैसा मिला उससे उन्होंने हथियार खरीदे और उन हथियारों का उपयोग ब्रिटिश राज का विरोध करने के लिये किया। इस अवसर पर बिजेन्द्र कोंट, सुरजभान बामला, रणबीर सांगवान, जसबीर फौजी, धर्मपाल ग्रेवाल, रामअवतार गुप्ता, सुभाष बामला, रामपाल यादव, प्रकाश धनाना, जंगबीर भैणी, सुरेश किराड़ आदि उपस्थित रहे।