लखनऊ के डॉक्टर को किडनैप कर अयोध्या ले गए, 3 दिन तक घुमाते रहे; पंचर टायर ने कैसे बचा ली जान?
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. शहर के गोयल अस्पताल के पास से तीन बदमाशों ने एक होम्योपैथिक डॉक्टर को किडनेप कर लिया. बदमाशों ने असलहे के बल पर 8 दिसंबर की रात डॉक्टर को अगवा कर उन्हें उनकी ही कार से अयोध्या ले गए. बदमाशों ने डॉक्टर का फोन छीन कर उनसे 20 लाख की फिरौती मांगी, लेकिन 10 लाख में डील फाइनल हुई. पीड़ित डॉक्टर की पहचान डॉ. सुरेंद्र के रूप में हुई है.
बदमाशों ने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी देकर 7 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर करवा लिए और बाकी की रकम के लिए डॉक्टर को लखनऊ ले रहे थे. डॉक्टर ने आरोपियों के बैंक खातों में दामाद और कुछ करीबियों से 7 लाख रुपए ट्रांसफर कराए. हालांकि इस दौरान ही डॉक्टर भाग निकला. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक तिवारीगंज के पास कार का टायर पंचर हो गया था. ऐसे में जैसे ही बदमाश कार से उतरे तभी डॉक्टर कार लेकर भाग निकला.
डॉक्टर ने सुनाई आपबीती
डॉक्टर जब 48 घंटे बंधक रहने के बाद जब घर पहुंचा तो उसने पत्नी को अपनी आपबीती बताई और बीबीडी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया. पुलिस को डॉक्टर ने बताया कि 8 दिसंबर की सुबह उनको एक कॉल आई जिसने उन्हें 6 बच्चों के एडमिशन को लेकर बातचीत करने को लेकर गोयल अस्पताल के पास बुलाया. ऐसे में जब उन्होंने वजह पूछी तो उसने कहा गोरखपुर जाना बहुत देर हो गई है आप आकर बात कर लीजिए. इसके बाद डॉ. सुरेंद्र कार से गोयल अस्पताल के पास पहुंचे, जहां एक युवक ड्राइविंग सीट की तरफ आकर बात करने लगा. वहीं एक दूसरा कार की पीछे सीट पर बैठ गया, कुछ देर बाद एक अन्य युवक आया और कार का गेट खोलकर उन्हें धक्का मार दिया.
कब ली फिरौती
डॉक्टर ने बताया इसके बाद पहले से खड़ा युवक भी कार में आ गया और डॉक्टर की कमर से तमंचा सटाते हुए चुप रहने को कहा. उन्होंने बताया कि बदमाश कार से उन्हें अयोध्या ले गए, जहां उन्होंने 9 दिसंबर को फिरौती ली. डॉक्टर के मुताबिक एक बदमाश अयोध्या में ही उतर गया था. डॉक्टर ने चेन्नई की भारत सेवक समाज नामक संस्था की फ्रेंचाइजी ले रखी है, यह संस्था डिस्टेंस लर्निंग के तहत पैरामेडिकल कोर्स कराती है.?