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ये सुपारी लेने जैसा… कुणाल कामरा पर बोले एकनाथ शिंदे- हम व्यंग्य समझते हैं लेकिन इसकी सीमा हो

कुणाल कामरा के महाराष्ट्र राजनीति पर किए गए व्यंग्य वाले वीडियो पर शिंदे समर्थकों का गुस्सा भड़का हुआ है. अब इस विषय पर महाराष्ट्र के उपमु्ख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. हम व्यंग्य को समझते हैं, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए. यह किसी के खिलाफ बोलने के लिए सुपारी लेने जैसा है. सामने वाले व्यक्ति को भी एक निश्चित स्तर बनाए रखना चाहिए अन्यथा क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.

वहीं सीएम फडणवीस ने कहा कि कुणाल कामरा को माफी मांगनी चाहिए, लेकिन कॉमेडियन कुणाल कामरा ने माफी मांगने से मना कर दिया है. कुणाल ने कहा कि मुझे सबक सिखाने की धमकी देने वाले नेता ध्यान रखें कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हमारे अधिकार का उपयोग केवल शक्तिशाली और अमीर लोगों की चापलूसी करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

आपकी असमर्थता मेरे अधिकार की प्रकृति को नहीं बदलती है. जहां तक मुझे पता है, हमारे नेताओं और हमारी राजनीतिक व्यवस्था के सर्कस का मजाक उड़ाना कानून के खिलाफ नहीं है. मैंने जो कहा वह बिल्कुल वैसा ही है जैसा कि अजित पवार ने एकनाथ शिंदे के बारे में कहा था.

इस तरह की कॉमेडी महाराष्ट्र में नहीं बर्दाश्त की जाएगी

माफी मांगने से मना करने पर महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश रामदास कदम ने कहा कि उन्हें सज़ा दी जाएगी. अगर आप सुप्रीम कोर्ट, भारत के प्रधानमंत्री, हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करते हैं तो यह बर्दाश्त करने लायक नहीं है.

आप महाराष्ट्र या भारत में इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकते. हम कॉमेडी का आनंद लेते हैं, लेकिन इस तरह की कॉमेडी महाराष्ट्र में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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