हरियाणा में पकड़ा गया तेंदुआ, ड्रेन सीवरेज में छिपा था, 45 मिनट में किया रेस्क्यू
पानीपत जिले में यमुना से सटे भैंसवाल गांव के पास आज दोपहर को तीसरे दिन फिर से तेंदुआ देखा गया। इस तेंदुए को वन विभाग, पुलिस की टीमें तीन दिन से तलाश कर रही हैं। जंगलों में ड्रोन की मदद से उसे लगातार ढूंढने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वह ड्रोन के...
पानीपत जिले में यमुना से सटे भैंसवाल गांव के पास आज दोपहर को तीसरे दिन फिर से तेंदुआ देखा गया। वहीं पानीपत में यमुना से सटे भैंसवाल गांव के पास रविवार दोपहर को आदमखोर तेंदुए को आखिरकार पकड़ लिया है। रोहतक से पहुंची टीम ने 45 मिनट उसे रेस्क्यू किया। सुबह सवेरे लोगों ने इसे खेतों में देखा था। इसके बाद वो ड्रेन सीवरेज में छिप गया था। लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी। अब टीम तेंदुए को रोहतक ले गई है। बता दें कि इसी तेंदुए ने 9 जून को हरियाणा के गांव नवादा के सामने यूपी के एरिया में खेतों में एक बच्ची को मार डाला था। जिसके बाद लोग दहशत में थे।
पुलिस टीम कर रही थी तलाश
इस तेंदुए को वन विभाग, पुलिस की टीमें तीन दिन से तलाश कर रही हैं। जंगलों में ड्रोन की मदद से उसे लगातार ढूंढने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वह ड्रोन के कैमरों में कैद नहीं हुआ। इसी बीच यूपी में 4 साल की बच्ची को खाने वाला ये आदमखोर तेंदुआ स्थानीय ग्रामीणों के कैमरों में कैद हो गया। करीब 20 मीटर दूरी से लोगों ने उसे अपने मोबाइल के कैमरों में कैद किया। इसके बाद इसकी सूचना वन विभाग को दी गई।
प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने वन्य जीव विभाग को बताया कि तेंदुआ ड्रेन नंबर 2 की सीवरेज के अंदर घुसा है, जिसके चलते टीम ने ड्रेन को दोनों ओर से बंद कर दिया। टीम ने एक और प्लास्टिक के ड्रम लगाकर बंद किया है। इस ओर से कई उपकरणों की मदद से दबाव डाला जा रहा है, ताकि तेंदुआ किसी तरह जाल वाली साइड पहुंचे और वह उसमें पकड़ा जाए।
वहीं वन विभाग के कर्मचारी ऋषिपाल ने बताया कि ग्रामीणों ने तेंदुए के देखने की सूचना वन विभाग को दी थी, जिसके बाद टीम ने तेंदुए को खुद देखा और उसके बाद रेस्क्यू अभियान शुरू किया। फिलहाल तेंदुआ ड्रेन के सीवरेज में चार घंटे से घेर रखा है और रोहतक की टीम को इसकी सूचना दे दी है। रोहतक की टीम आकर तेंदुए का रेस्क्यू करेगी। उन्होंने बताया कि सीवरेज की दोनों तरफ जाल लगा रखे हैं, जल्द ही तेंदुए का रेस्क्यू हो जाएगा।